Assam

नगांव मत्स्य पालक संस्था की धमकी का ऊपरी असम में तीखा विरोध

गुवाहाटी, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । नगांव जिले में 10वीं कक्षा की छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद उपजे रोष के चलते ऊपरी असम से मियां मुसलमान (अवैध घुसपैठिये) हटाओ अभियान शुरू हुआ। ऊपरी असम के दलों एवं संगठनों की चेतावनी के बाद स्थिति बिगड़ती जा रही है।

इस चेतावनी के विरोध में मध्य असम के नगांव जिला मत्स्य पालक संस्था ने ऊपरी असम में मछली की आपूर्ति नहीं करने का ऐलान कर दिया है। इस ऐलान के बाद ऊपरी असम के लोगों का कहना है कि यह धमकी खिलंजिया (स्थानीय) लोगों के विरुद्ध दी गयी है। इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

मछली की आपूर्ति रोके जाने के बाद से ऊपरी असम के गोलाघाट, जोरहाट, शिवसागर, चराईदेव, डिब्रूगढ़ आदि जिलों के मछली व्यवसायियों के साथ ही मियां हटाओ अभियान चला रहे संगठनों ने कहा है कि नगांव से मछली नहीं आएगी तो भी हमें किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होने वाली है। हमारे लिए स्थानीय मछली ही काफी है।

ज्ञातव्य है कि ऊपरी असम में मियां हटाओ अभियान शुरू होने के विरोध में नगांव मत्स्य पालक संस्था ने बीते कल ऊपरी असम में मछली की आपूर्ति रोकने की धमकी दी थी, जिसके बाद आज लोगों के बीच तीखी प्रतिक्रिया देखी जा रही है। उस फैसले के बाद गोलाघाट के खुमटाई के आम लोग भड़क गए हैं। खुमटाई के बेतियोनी के लोगों ने भी नगांव की मछली को सेहत के लिए हानिकारक बताया है। मियां हटाओ अभियान का विरोध करने पर नगांव मत्स्य संघ को मियां कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि खिलंजिया मुसलमान कभी भी इसका विरोध नहीं करेंगे।

उल्लेखनीय है कि विपक्षी पार्टी कांग्रेस के विधायक ने सबसे पहले इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी, जिसके बाद से यह मुद्दा राजनीतिक रंग ले लिया। कांग्रेस पार्टी बेहद संभल कर बयान दे रही है। उधर, इस मुद्दे पर आज विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने ऊपरी असम में मियां हटाओ अभियान के विरुद्ध सरकार से कार्रवाई की मांग करते हुए आपत्तिजनक बातें कहीं। इस पर मुख्यमंत्री भी बेहद तैश में आ गये। उन्होंने कहा कि असम पर मियां को कब्जा नहीं करने देंगे।

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(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय / दधिबल यादव

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