महोबा, 05 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन भक्तों ने मां चंद्रघंटा की भक्ति भाव से विधि विधान से पूजा अर्चना की है। देवी पंडालों में भी भक्तों की भीड़ जुट रही है। सुबह से शाम तक देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है। भक्तों ने मां से घर परिवार की सुख समृद्धि की मनोकामना की है।
शनिवार को सुबह से ही मंदिरों में भक्तों ने पहुँचकर मां की आराधना की है। जनपद मुख्यालय स्थित शक्तिपीठ मां बड़ी चंद्रिका देवी, मां छोटी चंद्रिका देवी, शारदा माता मंदिर सहित जनपद की सभी देवी स्थान पर भक्तों ने पहुंचकर भक्ति भाव से मां की आराधना की है। जनपद मुख्यालय निवासी पंडित सत्यव्रत चतुर्वेदी ने बताया कि मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप का नाम चंद्रघंटा है। इनका यह स्वरूप परम शांति दायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घंटे के आकार का अर्धचंद्र होने के कारण चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। मां चंद्रघंटा की मुद्रा सदैव युद्ध के लिए अभिमुख रहने से भक्तों के कष्ट का निवारण शीघ्र ही कर देती हैं। इनका वाहन सिंह है तथा उनका उपासक सिंह की तरह पराक्रमी और निर्भय हो जाता है।
उन्होंने बताया कि मां चंद्रघंटा सभी 12 राशियों के लिए शुभ हैं। धनु और मीन राशि के लिए विशेष फलदाई है। मां चंद्रघंटा को नारंगी रंग अति प्रिय है। भक्त पूजा के समय सूर्य की आभा के समान रंग के वस्त्र धारण कर मां की आराधना करें। मां की साधना से जातक को प्रेत बाधा, किसी प्रकार के नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव नहीं पड़ता है। मां के पूजन करने से शरीर को तेज प्राप्त होता है और जातक को अपने कर्मों पर विशेष आत्मविश्वास मिलता है। विद्यार्थियों के लिए मां साक्षात विद्या प्रदान करती हैं। वहीं देवी मां भक्तों की सभी प्रकार से रक्षा करती हैं।
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(Udaipur Kiran) / Upendra Dwivedi