शिमला, 27 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह न केवल एक महान अर्थशास्त्री थे, बल्कि भारत माता के एक यशस्वी पुत्र भी थे।
शांता कुमार ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह ने भारत की आर्थिक नीतियों को नए वातावरण में ढालने का ऐतिहासिक कार्य किया। उनके प्रयासों के कारण भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई और आज भारत दुनिया के पांच सबसे अमीर देशों में शामिल है।
शांता कुमार ने याद किया कि डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कंपनी अधिनियम में एक महत्वपूर्ण संशोधन हुआ। इस संशोधन के तहत, सरकारी और अर्ध-सरकारी कंपनियों को अपने लाभ का दाे प्रतिशत हिस्सा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के तहत समाज सेवा में लगाने का प्रावधान किया गया। शांता कुमार ने बताया कि वे उस समय संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष थे और इस नीति को लागू करने में सक्रिय भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि इस संशोधन के बाद हजारों करोड़ रुपये समाज सेवा के लिए उपयोग में लाए गए। हिमाचल के विवेकानंद संस्थान को भी सीएसआर के तहत 20-25 करोड़ रुपये का योगदान मिला।
शांता कुमार ने कहा कि जब उन्होंने हिमाचल प्रदेश में निजी क्षेत्र को पनबिजली परियोजनाओं में लाने का प्रस्ताव रखा था, तब तत्कालीन वित्त मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने इस विचार का स्वागत किया और इसे स्वीकृत करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शांता कुमार ने डॉ. मनमोहन सिंह की सादगी और उनके कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे कम बोलते थे, लेकिन बहुत काम करते थे। आर्थिक विषयों पर उनकी गहरी विशेषज्ञता थी। उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने प्रार्थना की कि भगवान दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें। डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को याद करते हुए शांता कुमार ने उन्हें भारत के आर्थिक सुधारों का महानायक बताया और कहा कि उनकी सेवाएं देश हमेशा याद रखेगा।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला