Uttrakhand

शंकराचार्य वासुदेवानंद ने किए भगवान बदरीविशाल के दर्शन

बदरीनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों से बातचीत करते हुए शंकराचार्य।

गोपेश्वर, 27 मई (Udaipur Kiran) । ज्योतिषपीठ शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज मंगलवार को श्री बदरीविशाल के दर्शन को पहुंचे। उन्होंने मंदिर में वेदपाठ पूजा-अर्चना कर लोककल्याण की कामना की।

शंकराचार्य ने दर्शन के बाद बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी शंकराचार्य का स्वागत किया शाल, तुलसी माला, स्मृति चिन्ह तथा भगवान बदरीविशाल का प्रसाद भेंट किया। मंदिर परिसर में शंकराचार्य ने धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो के उदघोष तथा श्री बदरीनाथ, राम जन्म भूमि कृष्ण जन्म भूमि काशी विश्वनाथ की जय के साथ अपने उद्बोधन में कहा कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए आदि गुरु शंकराचार्य ने देश में चार पीठों की स्थापना की। श्री ज्योतिषपीठ की ओर से सनातन धर्म की ध्वजा को आगे बढाया जा रहा है। उन्होंने सबके अंतःकरण में भगवान बदरीविशाल विराजमान हो तथा सबकी यात्रा मंगलमय होने की कामना की।

बीकेटीसी अध्यक्ष द्विवेदी ने कहा कि सनातन धर्म के ध्वजवाहक शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती का मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद हमेशा मिलता रहा है। संतो के मार्गदर्शन में यात्रा सकुशल चल रही है। संतों का स्नेह आशीर्वाद आगे भी इसी तरह बना रहेगा। बीकेटीसी उपाध्यक्ष एवं ज्योतिष पीठ पुरोहित ऋषि प्रसाद सती ने कहा शंकराचार्य का सदैव आशीर्वाद सबके साथ रहा है उन्होंने सभी हक हकूकधारियों, डिमरी पंचायत पंडा पंचायत का आभार जताया। इस अवसर पर ज्योतिषपीठ से दंडी स्वामी शंकरानन्द गिरी महाराज, ब्रह्मानन्द सरस्वती, स्वामी विशेश्वरानंद, डिमरी पंचायत उपाध्यक्ष भास्कर डिमरी, बीकेटीसी प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल श्रेयांस द्विवेदी, पीआरओ अजय आदि मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल

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