बहुप्रतीक्षित ‘मुफासा: द लायन किंग’ का दूसरा ट्रेलर हाल ही में जारी किया गया है और रिलीज से पहले प्रशंसकों का उत्साह चरम पर है। एक मिनट 56 सेकेंड के इस ट्रेलर ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। फिल्म ने अपने आकर्षक दृश्यों और रोमांचक कहानी से प्रशंसकों का ध्यान खींचा है। बैरी जेनकिंस द्वारा निर्देशित इस फिल्म को लेकर भारतीय प्रशंसक विशेष रूप से उत्साहित हैं क्योंकि फिल्म ने अपने हिंदी डब संस्करण के लिए बड़े कलाकारों की एक विशाल टीम को शामिल किया है।
शाहरुख खान, आर्यन और अबराम ने ‘मुफासा’ को आवाज दी
‘मुफासा: द लायन किंग’ के हिंदी डब संस्करण में शाहरुख खान, उनके बड़े बेटे आर्यन खान और छोटे बेटे अबराम ने अपनी आवाज दी है। शाहरुख खान ‘मुफासा’ को आवाज देंगे, आर्यन खान ‘सिम्बा’ को आवाज देंगे, जबकि अबराम खान ‘लिटिल मुफासा’ को आवाज देंगे। 2019 में रिलीज हुई फिल्म ‘द लायन किंग’ की अभूतपूर्व सफलता के बाद ‘मुफासा: द लायन किंग’ फिल्म का अगला भाग है। हांलाकि इसमें मुफासा के सत्ता तक पहुंचने की कहानी है।
नए ट्रेलर में मुफासा और टाका के बीच शुरुआती दोस्ती की झलक मिलती है। मुफ़ासा एक अनाथ शेर है, तो टाका उस शेर का उत्तराधिकारी है जो शासक राजा है। शुरुआत में टाका के पिता इस दोस्ती को खारिज कर देते हैं, लेकिन बाद में यह दोस्ती और मजबूत हो जाती है। दोनों एक साथ कई कठिनाइयों का सामना करते हैं और एक-दूसरे के लिए लड़ते हैं। इस यात्रा के दौरान उनका रिश्ता और भी मजबूत हो जाता है। ट्रेलर उनके संघर्ष और जीवन भर के रिश्ते की यात्रा को प्रभावी ढंग से दिखाता है।
तेलुगु में महेश बाबू और तमिल में अर्जुन दास
इस फिल्म के तेलुगु डब संस्करण में महेश बाबू ‘मुफासा’ को आवाज देंगे और इसलिए तेलुगु प्रशंसक बहुत उत्साहित हैं। इसी तरह, अभिनेता अर्जुन दास तमिल संस्करण के लिए ‘मुफासा’ को आवाज देंगे।
बच्चों के साथ काम करने का शाहरुख का अनुभव
शाहरुख खान ने पहले भी फिल्म को लेकर अपना उत्साह जाहिर किया था। उन्होंने कहा, ”यह फिल्म मुफासा के बचपन से लेकर एक महान राजा बनने तक के सफर को दिखाती है। यह एक अविस्मरणीय अनुभव था। खास बात यह है कि इस प्रोजेक्ट में मुझे अपने बच्चों के साथ काम करने का मौका मिला। आर्यन और अबराम के साथ काम करना मेरे लिए बहुत खास है।
‘मुफासा: द लायन किंग’ इस साल के अंत में 20 दिसंबर 2024 को रिलीज होगी और इसे लेकर काफी दिलचस्पी देखने को मिल रही है।
(Udaipur Kiran) / लोकेश चंद्र दुबे