लखनऊ, 29 सितम्बर (Udaipur Kiran) । प्रदेश की राजधानी में फैजुल्लागंज क्षेत्र में करीब पचास हजार आबादी रहती है। बड़ी आबादी वाले इस क्षेत्र में वर्षा के कारण सीवर ओवरफ्लो हो गये हैं। सड़क पर सीवर का पानी बह रहा है। इससे यहां एक बार फिर डायरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है।
फैजुल्लागंज के जुड़वा मंदिर के निकट रहने वाले अनुराग ने कहा कि जगराम पेट्रोल पम्प से लेकर जुड़वा मंदिर तक की एक किलोमीटर से ज्यादा की सड़क खराब पड़ी है। सड़क पर सीवर एवं वर्षा का खराब पानी बह रहा है। यह रिहायशी इलाका है। गंदे पानी के कारण आसपास के कुछ परिवारों में लोग बीमार हैं, उसमें महिलाएं ज्यादा हैं।
उन्होंने कहा कि उनके परिवार में भी बीमारी पहुंच गयी। घर के लोग बीमार हुए और दवा से सेहत ठीक हो सकी है। सड़क, नाला व खाली प्लाटों पर गंदे पानी से मच्छरों की भरमार हो गयी है, जिससे डेंगू जैसी बीमारी का भी खतरा बराबर बना हुआ है। शाम होते ही मच्छर किसी न किसी प्रकार घरों में घुस आ रहे हैं। वहीं नगर निगम की ओर से मच्छरों की रोकथाम के लिए फागिंग भी नहीं हो रही है।
जगराम पम्प के निकट रहने वाले राधेश्याम बाजपेयी ने कहा कि समय का चक्र तो बदल गया लेकिन फैजुल्लागंज की सूरत नहीं बदली। स्थानीय विधायक नीरज बोरा के प्रयास से सीवर लाइन बिछायी जा रही है। फिर भी अविकसित काॅलोनी क्षेत्रों में सीवर पाइप नहीं पहुंची है। इसके कारण वर्षा के मौसम में नीचे का पानी ऊपर सड़क पर आ जाता है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में लोगों को लाल धब्बे जैसी बीमारी हो रही है। सिर में दर्द के बाद बुखार आ रहा है। भोजन न पचने की भी समस्या है। गंदगी से परेशान हम लोगों ने विधायक और पार्षद को बताया है, फिर भी बीमार लोगों को स्वस्थ करने के लिए तो डाक्टरी उपचार ही कराना होगा।
फैजुल्लागंज क्षेत्र में जलभराव की स्थिति भी बनी हुई है। स्थानीय लोगों के अनुसार वर्षा होने के बाद एक दिन का समय पानी निकलने में लग जाता है। ऐसे में वाहनों के आवागमन में बेहद कठनाई होती है। केशव नगर, दुबग्गा, त्रिवेणी नगर की ओर जाने वाली सड़क की हर वर्ष मरम्मत करायी जाती है, फिर भी सड़कें वर्षा में बह जाती हैं। सड़क पर गड्ढ़े हाे जाते हैं।
शहर के इस रिहायशी हिस्से में कुछ विशेषज्ञ डाॅक्टरों की भी क्लीनिक खुली हुई है। जहां शरीर पर लाल धब्बे, बुखार, पेट दर्द और शरीर में जकड़न की समस्या लेकर बीमार लोग पहुंच रहे हैं। चिकित्सक एस के पाण्डेय ने बताया कि बदले हुए मौसम में खानपान में लापरवाही का असर सीधे सेहत पर हो रहा है। लोगों की बीमारी पेट से शुरू होती है और बाद में तमाम बीमारी हो जाती है। साफ पानी, घर में पका हुआ भोजन के अलावा फल व दूध का सेवन कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि सप्लाई वाले जल को भी उबाल कर पीना है। जल्द पचने वाले भोजन को ही करना है। मौसम में नमी के कारण अत्यधिक ठंडी व गरम चीजें नहीं खानी है। साथ ही नींबू, तुलसी, अदरख, अजवाइन, सौंफ, जीरा का उपयोग अपने खान-पान में करते रहें।
(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र