पटना, 03 सितम्बर (Udaipur Kiran) । बिहार में सासाराम के ऐतिहासिक शेरशाह सूरी के तालाब में मंगलवार सुबह अचानक बड़ी संख्या में मछलियां मर गई। सुबह लोगों ने तालाब में बड़ी संख्या में मछलियाें काे मरकर पानी में उपला देखा। चूंकि यह ऐतिहासिक तालाब करीब 52 एकड़ में फैला है।
सिंचाई विभाग तालाब में इनलेट के माध्यम से पानी की सप्लाई करती है तथा आउटलेट से पानी की निकासी होती है। कुछ महीनो से इन-लेट से मकबरा के तालाब में ताजा तथा साफ पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। जिस कारण पानी दूषित होने की संभावना है।
तालाब में मछली पालन करने वाले संवेदक मछुआरा का कहना है कि पिछले कई दिनों से वह सिंचाई विभाग के अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं कि मकबरा के तालाब में इन-लेट के माध्यम से साफ पानी का आपूर्ति किया जाए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब एक साथ अचानक से बड़ी संख्या में मछलियां मरने लगी है। मछलियों के मरने से तालाब में सारंध मार रहा है। ऐसे में पर्यटक को भी काफी परेशानी है।
स्थानीय लाेगाें ने आराेप लगाया है कि इस ऐतिहासिक स्थल तथा तालाब का रख रखाव पर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। इतनी बड़ी संख्या में मछलियाें के मरने से आने वाले दिनाें में पर्यटन गतिविधियों पर भी इसका असर पड़ेगा।
शेरशाह सूरी का मकबरा बिहार के सासाराम में स्थित है। जिसका निर्माण 16 अगस्त 1545 ई में पूरा हुआ था। भारतीय-इस्लामिक वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण शेर शाह सूरी का मकबरा सासाराम शहर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। इसे बोलचाल की भाषा में भारत का दूसरा ताजमहल भी कहा जाता है। करीब 52 एकड़ में फैले सरोवर के बीच में स्थित यह मकबरा 122 फीट ऊंचा है।
—————
(Udaipur Kiran) / चंदा कुमारी