Uttar Pradesh

स्ट्रेस से बचने के लिए सात घण्टे नीद जरूरीः डॉ आलोक मनदर्शन

स्ट्रेस से बचने के लिए सात घण्टे नीद जरूरीः डॉ आलोक मनदर्शन

समर्थ से ही सामर्थ्य की ओर अग्रसर होना हैः प्रो. उदय प्रताप सिंह

अयोध्या, 30 नवंबर (Udaipur Kiran) । डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के गणित एवं सांख्यिकी विभाग में शनिवार को दो विशेष व्याख्यान आयोजित किए गए। जिसमें प्रथम व्याख्यान के मुख्य वक्ता डॉ आलोक मनदर्शन माइएन्ड मेंटर, जिला चिकित्सालय अयोध्या रहे। उन्होंने स्ट्रेस कोपिग एवं मेटल हेल्थ विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य का मस्तिष्क इ.आर.पी. पर ही आधारित है। जिसमें माइंड सॉफ्टवेयर है और ब्रेन हार्डवेयर है। उन्होंने बताया कि स्ट्रेस कोपिंग रिस्पांस को तीन प्रकार से मैनेज करते हैं। जिसमें भागना, लड़ना और रुकना है। उन्होंने बताया कि अंतरद्वंद भी एक प्रकार का स्ट्रेस है। जब भी अंतरद्वंद की स्थिति पैदा हो जाती है तो सर्वप्रथम हमारी नींद गायब हो जाती है। साथ ही साथ जब नींद न आने का अंतराल बढ़ जाता है तो एंजायटी स्ट्रेस एवं डिप्रेशन में परिवर्तित हो जाता है। उन्होंने समस्त शिक्षकों, विद्यार्थियों से कहा कि हमें कम से कम 7 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए, अगर ऐसा करते हैं तो स्ट्रेस एवं डिप्रेशन से आप बचे रहेंगे। डा. मनदर्शन ने हाइपरसोमिया एवं हाइपोसोमिया दोनों परिस्थितियों की विस्तार से चर्चा की।

वहीं दूसरी ओर विभाग में एकेडमिक मॉड्यूल ऑफ समर्थ विषय पर व्याख्यान आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. उदय प्रताप सिंह गणित विभाग, केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू रहे। उन्होंने बताया कि अब आने वाले समय में शिक्षा जगत की समस्त गतिविधियाँ समर्थ के माध्यम से की जायेगी। उन्होंने स्टूडेंट को स्टूडेंट पोर्टल की गतिविधियों समझाते हुए बताया कि आप यदि किसी भी साक्षात्कार में जाते हैं तो आपको अपने डॉक्यूमेंट नहीं ले जाना पड़ेगा। केवल आपके आईडी से ही संपूर्ण वेरिफिकेशन का कार्य हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें समर्थ से ही सामर्थ्य की ओर अग्रसर होना होगा। कार्यक्रम में वक्ताओं का स्वागत विभागाध्यक्ष प्रो. एस. के. रायजादा द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. एस. एस. मिश्र विज्ञान संकायाध्यक्ष ने की।

(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय

Most Popular

To Top