
धमतरी, 9 जून (Udaipur Kiran) । चावल उत्सव के तहत जिले के सभी राशन दुकानों में तीन माह का एकमुश्त चावल दिया जा रहा है। इससे हितग्राहियों को सहूलियत के साथ परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। कई स्थानों पर सर्वर की समस्या हो रही है, इससे हितग्राही व सेल्समेन दोनों परेशान हैं। सर्वर डाउन होने से हितग्राहियों को समय पर राशन नहीं मिल पा रहा। हितग्राही व सेल्समेनों ने इस समस्या के निराकरण की मांग की है। राशन दुकान में कार्य करने वाले आपरेटर तो कलेक्ट्रेट पहुंचकर शिकायत भी कर चुके हैं।
इन दिनों राशन दुकानों में तीन माह का एकमुश्त चावल लेने लोगों की भीड़ जुट रही है। चावल लेने राशन दुकानों में हितग्राहियों की भीड़ जुटने लगी है, लेकिन कुछ जगह सर्वर समस्या मुसीबत बनी हुई है। इस बार राशन दुकान में तीन माह का चावल दिया जा रहा है। राशन लेने हितग्राहियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। क्योंकि बार-बार सर्वर डाउन होने से एक हितग्राही का आनलाइन फिंगरप्रिंट लेकर डाटा अपलोड करने में 15 से से 20 मिनट का समय लग रहा है। हितग्राही जयकुमार देवांगन, अरूण साहू, पंकज साहू, सोहद्रा बाई ने कहा कि जब से यह सिस्टम लागू हुआ है, राशन लेने में दिक्कतें होती रहती है। इससे अच्छा तो पूर्व के राशन आवंटन पद्धति ठीक थी। सर्वर डाउन समस्या से क्षुब्ध हितग्राही व्यवस्था सुधारने की मांग की है। मिली जानकारी के अनुसार जिले में 484 राशन दुकानें संचालित है। इसमें अलग अलग योजना के लगभग 2.54 लाख कुल राशन कार्ड है। इन्हें दो जून से तीन माह का एकमुश्त चावल प्रदान किया जा रहा है। इसके तहत कुल 2.50 लाख क्विंटल से अधिक राशन का आवंटन किया जाएगा। भीड़ से बचने कुछ हितग्राही राशन दुकान खुलने के पूर्व पहुंचकर अपनी उपस्थित दर्ज करा रहे हैं, ताकि उन्हें जल्द समय पर चावल मिल सके। सोरिद वार्ड के पंचू साहू, रामकुमार देवांगन का कहना है कि राशन वितरण में हो रही परेशानी को दूर करने का प्रयास करना चाहिए।
राशन को व्यवस्थित ढंग से भंडारित करने की व्यवस्था बनाए सरकार: नीलकंठ साहू
ग्राम पंचायत श्यामतराई के पूर्व उपसरपंच नीलकंठ साहू का कहना है कि सरकार द्वारा जून से अगस्त तक तीन माह का चावल एक साथ दिया जा रहा है जो कि गलत है। राशन को महीने के हिसाब से ही देना चाहिए। कई जरूरतमंद हितग्राहियों के पास एक साथ राशन लेने की जगह नहीं होती। अगर कोई महिला अपने घर चलाने के लिए राशन के ऊपर आश्रित है जिसे आने वाले माह में 40 रुपये से लेकर 50 रुपये में चावल खरीद कर खाने की स्थिति आ सकती है। जिससे परिवार चलाने में और दिक्कत का सामना हो सकता है। राज्य सरकार को राशन को व्यवस्थित ढंग से भंडारित करने की व्यवस्था बनानी चाहिए। राज्य सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए एक साथ तीन माह का राशन दे रही है जो कि बहुत ही गलत है। अगर दूर में राशन दुकान है तो उसे पास में राशन दुकान खुलवाने की कोशिश करनी चाहिए ताकि हर हितग्राही को प्रत्येक महीने में समय पर राशन मिल सके।
एकमुश्त राशन के लिए करना छह बार करना पड़ रहा आधार प्रमाणीकरण
तीन माह का राशन एकसाथ वितरण करने में सेल्समेन तथा हितग्राहियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। बीते दिनों राशन दुकानों के सेल्समेन ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर राशन वितरण प्रणाली को सुगम बनाने की मांग की है। नवागांव, बांसपारा, दानीटोला, ब्राम्हणपारा, महंत घासीदास आदि वार्डों की सरकारी उचित मूल्य दुकानों के सेल्समेन ने कलेक्टर को बताया कि शासन के आदेशानुसार जून, जुलाई तथा अगस्त माह का चावल वितरण राशन कार्डधारियों को किया जा रहा है, जिसमें समस्या आ रही है। चावल वितरण करते समय ई पाश मशीन में प्राथमिकता कार्ड वालों को छह बार तथा अंत्योदय राशनकार्डधारी को तीन बार आधार प्रमाणीकरण करना पड़ रहा है। एक हितग्राही को चावल वितरण करने में आठ से 10 मिनट का समय लग रहा है। इससे एक दिन में मात्र 35 से 40 हितग्राहियों को चावल दे पा रहे हैं। महीने की शुरुआत में 80 से 100 राशन कार्डधारी चावल के लिए पहुंचते हैं। राशन नहीं मिल पाने से हितग्रहियों में काफी रोष है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
