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
रामगढ़, 1 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । रामगढ़ ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल कार्यालय में पदस्थापित लेखा लिपिक सह रोकड़पाल मो सलाहुद्दीन अंसारी ने कार्यालय में बवाल मचा रखा है। उसके फर्जीवाड़े की एक से बढ़कर एक कहानी सामने आ रही है। कार्यपालक अभियंता राजकुमार भारती ने जब उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई तो सलाहुद्दीन अंसारी का एक नया ही रूप लोगों के सामने आया। शनिवार को रामगढ़ पुलिस जब समाहरणालय परिसर में विशेष प्रमंडल कार्यालय पहुंची, तो सलाहुद्दीन उन्हें देखकर ही भागने लगा। पुलिस जब उसके पीछे दौड़ी तो सलाहुद्दीन ने काफी हो हंगामा किया और समाहरणालय परिसर में अफरा तफरी का माहौल बन गया। पुलिस उसे पकड़कर रामगढ़ थाने ले आई है और पूछताछ की जा रही है।
ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक पदाधिकारी राजकुमार भारती ने सलाहुद्दीन अंसारी की दबंगई की पूरी कहानी प्राथमिकी में लिखी है। उन्होंने बताया है कि वह पिछले एक साल से रामगढ़ में पदस्थापित है।
इस दौरान वह मनमानी ढंग से काम करते हैं। सरकारी कार्यों में बाधा डालते रहे हैं। व्ययन पदाधिकारी का एफओआर करके अपने हस्ताक्षर से ईंधन के रूप में तेल निकासी कर अपने निजी वाहन में उपयोग करते हैं।
पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ मारपीट करते हैं, पदाधिकारी के द्वारा दिए गए कार्यादेश को फाड़ देते हैं। आदेश की अवहेलना करना, व्ययन पदाधिकारी के हस्ताक्षर से छेड़छाड़ करना, मंतव्य में संशोधन करना, एक ही व्यक्ति को दोहरा भुगतान करना, हठधर्मिता के साथ गलत कार्य को करने के लिए दबाव देना, कर्मचारियों को आवंटित कार्य को नजरअंदाज कर सभी कार्यों को अपने स्तर से करने की प्रवृत्ति और उदंडता उनके अंदर कूट-कूट कर भरी है।
कार्यपालक अभियंता ने बताया कि मोहम्मद सलाहुद्दीन ने कार्यालय को आवंटित कई सरकारी उपकरण को अपने घर में लगा रखा है। सरकारी उपकरणों में कंप्यूटर, प्रिंटर, इनवर्टर आदि शामिल हैं। जांच के दौरान विभागीय टीम ने इस बात की पुष्टि भी की है। यह कहा गया है कि सरकारी उपकरणों का उपयोग वे निजी तौर पर कर रहे हैं।
कार्यपालक अभियंता ने बताया कि मो सलाहुद्दीन की कहानी के कई रूप हैं। ड्राइवर और अनुसेवक के दो पदों पर एक ही व्यक्ति प्रकाश कुमार महतो को वे भुगतान देते आए हैं। इसका जिक्र उन्होंने न्यायालय में दिए गए बयान में भी किया है। वह यही तक नहीं रुके। प्रकाश कुमार महतो और सलाउद्दीन के द्वारा किए गए गलत कार्यों को छुपाने के लिए लॉग बुक ही कार्यालय से गायब कर दिया गया। इसमें तत्कालीन व्ययन पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार, कार्यपालक अभियंता एवं तत्कालीन अकाउंट ऑफिसर अमिताभ मनी पाठक भी समान रूप से दोषी हैं।
प्राथमिकी में यह भी बताया गया है कि सलाउद्दीन अंसारी ने कई कर्मचारियों के साथ मारपीट की है इसमें कंप्यूटर ऑपरेटर आजाद अली भी शामिल हैं कार्यालय से जबरन खींच कर करने के मामले में दाे दिसंबर 2024 को शिकायत दर्ज की गई थी इसकी जानकारी अधीक्षण अभियंता को भी दी गई थी। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि सलाउद्दीन अंसारी की कार्यशैली सही नहीं है। अपने नियंत्री पदाधिकारी से बातचीत का तरीका निराशाजनक है। हठधर्मिता के साथ गलत कार्य प्रणाली सरकारी सेवा संहिता के विरुद्ध है। कार्यालय में अशांति फैलाए रहते हैं। अपने साथ असामाजिक तत्वों को रखकर दूसरों को धमकियां देते हैं। उनका राजनीतिक रसूख भी है, जिसकी वजह से कई जांच के बावजूद हुए कार्रवाई को दबाकर रखे हुए हैं।
लेखा लिपिक सह रोकड़पाल मो सलाहुद्दीन अंसारी पर प्रपत्र ‘क’ गठित करने का आदेश डीसी चंदन कुमार ने 16 नवंबर 2024 को दिया था। उन्होंने कहा था कि सलाहुद्दीन अंसारी मनमानी ढंग से कार्य करते हैं। रोकड़बही सहित अन्य सभी दस्तावेजों का प्रभार नहीं दे रहे हैं। पदाधिकारी द्वारा दिए गए आदेश का उल्लंघन करने के साथ-साथ प्रकाश महतो अनुसेवक सह वाहन चालक को दोहरा भुगतान करने के संबंध में प्रतिवेदित किया गया है। इस मामले में लेखा लिपिक मो सलाहुद्दीन अंसारी का तत्काल प्रभाव से वेतन स्थापित करते हुए निलंबित संबंधी प्रस्ताव स्पष्ट अनुशंसा सहित समुचित प्राधिकार को यथाशीघ्र उपलब्ध कराया जाए।
ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के लेख लिपिक मो सलाहुद्दीन अंसारी को पुलिस जब रामगढ़ थाने ले आई तो वह वहां फूट-फूट कर रोने लगे। पहले तो उन्होंने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया। लेकिन जब जांच हुई तो पता चला कि उन्होंने ही पुलिस पर पहले हमला किया था। वह पुलिस से बचने के लिए भागने लगे। साथ ही कुछ लोगों को उकसाकर पुलिस पर ही हमला करने का प्रयास किया। इस पूरे प्रकरण की भी जांच चल रही है।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
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