
जींद, 10 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जिला कारागार से विचाराधीन बंदी के फरार होने के मामले में दो सुरक्षा कर्मचारियों को ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। साथ ही इस मामले की नियमित जांच भी शुरू हो गई है। जिला कारागार में किसी कैदी के जेल के सुरक्षा कर्मचारियों की मौजूदगी में और उन्हें भरोसे में लेकर इस तरह जेल ब्रेक कर भागने का यह पहला मामला है।
यह गनीमत रही कि जेल की दीवार पर लगी सीढ़ी से राकेश के अलावा कोई और कैदी फरार नहीं हुआ, नहीं तो जेल की दीवार से इस तरह सीढ़ी लगाए जाने से बड़ी संख्या में कैदी फरार हो सकते थे। गौरतलब है कि जींद जिला कारागार से मंगलवार की रात लगभग दो बजे विचाराधीन बंदी राकेश फरार हो गया था। पंजाब के खनौरी के बनारसी गांव का राकेश जींद सीआईए स्टाफ पुलिस पार्टी पर हत्या के प्रयास और आम्र्ज एक्ट के मामले में जेल में बंद था। मंगलवार रात को जेल की बिजली गुल हो गई थी। जिसे ठीक करने के बहाने वह सीढ़ी लगाकर जेल की दीवार से कूद कर भाग निकला था। 2 जून 2022 को दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे पर जींद के खटकड़ टोल प्लाजा के पास जींद सीआईए स्टाफ पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें सीआईए पुलिस ने दो बदमाशों को पकड़ा था। इसमें बनारसी गांव का राकेश और सोनू शामिल थे। इस मामले में अब जींद जिला कारागार के उन दो सुरक्षा कर्मचारियों नरेंद्र और सुभाष को निलंबित कर दिया गया है, जिनकी ड्यूटी मंगलवार रात को इस घटना के समय थी। इन दोनों सुरक्षा कर्मचारियों को जेल विभाग ने अपनी प्रारंभिक जांच में ड्यूटी में कोताही बरतने का दोषी पाया है और उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
—————
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
