नई दिल्ली, 6 मई (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर बुधवार को होने वाली मॉक ड्रिल से पहले राजधानी दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है और सभी बड़े पर्यटक स्थलों एवं बाजारों में खासतौर पर ध्यान दिया जा रहा है।
कनॉट प्लेस, इंडिया गेट, जनपथ, पालिका बाजार, यशवंत पैलेस, गोल मार्केट, करोल बाग, चांदनी चौक, सरोजनी नगर, गांधी नगर आदि बाजार एवं महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों सहित प्रमुख क्षेत्रों को कवर करने के लिए विशेष गश्ती इकाइयों को तैनात किया गया है।
पुलिस की एक टीम मंगलवार सुबह से कनॉट प्लेस की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रख रही है।
पूर्वी दिल्ली के डीसीपी अभिषेक धानिया ने बताया सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हुए एवं नागरिकों की सुरक्षा तथा सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए पूर्वी जिला पुलिस ने प्रमुख प्रवेश और निकास बिंदुओं पर वाहनों की जांच तेज कर दी है। इस सक्रिय उपाय का उद्देश्य संभावित आतंकवाद के खतरे को रोकना है। हम इस दौरान सभी निवासियों एवं यात्रियों से सहयोग का अनुरोध करते हैं।
दक्षिण-पश्चिमी जिले के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की कई टीम विभिन्न क्षेत्रों में पैदल गश्त कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इस पहल का उद्देश्य सामुदायिक चौकसी को मजबूत करना, कड़ी निगरानी रखना तथा कानून-व्यवस्था बनाए रखना है।’’
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी डीसीपी को तैयारियों के लिए विस्तृत योजना बनाने को कहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस उपायुक्तों (डीसीपी) ने दिल्ली में गश्त को मजबूत करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं।
दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर कड़ी सुरक्षा –
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में गश्त बढ़ाने के साथ दिल्ली के सभी छोटे-बड़े बॉर्डरों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया है। सभी डीसीपी अपने जिलों में व्यवस्था की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं। वहीं सहायक पुलिस आयुक्तों (एसीपी) और थाना प्रभारियों (एसएचओ) को ग्राउंड पर रहने और कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया है। खास तौर से संवेदनशील इलाकों में शाम और रात के समय पैदल गश्त बढ़ाने पर जोर दिया गया है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष चौकियां स्थापित कर और बाइकों पर ग्रुप पेट्रो भी की जा रही है।
व्यापक स्तर पर होगी मॉक ड्रिल –
दिल्ली में बुधवार को बड़े स्तर पर मॉक ड्रिल की जाएगी। इस दौरान पुलिस टीमों के साथ बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) और श्वान दस्ते, डॉग स्क्वायड टीम, एंबुलेंस, दमकल की टीम व अन्य सुरक्षा एजेंसियों की टीमें तैनात रहेंगी। ये टीमें सभी बड़े बाजार, सभी बड़ी सरकारी इमारतों, सभी बड़े धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल और अधिक भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में लगातार कड़ी जांच करेंगी। सड़कों पर जगह-जगह बैरिकेड लगाकर वाहनों की सघन जांच की जाएगी।
दिल्ली पुलिस के मुख्यालय पर लर्ड (लॉन्ग रेंज एकॉस्टिक डिवाइस) सिस्टम हुआ तैनात हमला होने पर तुरंत मिलेगी लोगों को वार्निंग
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए भारत ने अपनी पूरी तैयारियां कर ली है। केंद्र सरकार के निर्देश पर देश के 244 जिलों में बुधवार को मॉक ड्रिल होगी, जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में कई दिनों से अभ्यास जारी है। इस बीच राजधानी नई दिल्ली में दिल्ली पुलिस के मुख्यालय पर लर्ड (लॉन्ग रेंज एकॉस्टिक डिवाइस) सिस्टम तैनात गया है। पुलिस अधिकारियों को इस सिस्टम के काम करने के बारे में जानकारी दी गई है।
क्या है लर्ड सिस्टम ?
पुलिस अधिकारी के अनुसार लर्ड एक ऐसी डिवाइस है जो कि विशेष प्रकार का ध्वनि-आधारित उपकरण है। इसका इस्तेमाल लोगों को अलर्ट करने के लिए जाता है। लर्ड बहुत तेज ध्वनि उत्पन्न करता है, जिसे 500 मीटर और एक किलोमीटर से अधिक तक सुना जा सकता है। अचानक हमले की स्थिति में लर्ड एक शक्तिशाली सायरन के रूप में काम करेगा, जो भीड़ को सावधान करेगा और जनता तक आपातकालीन संदेश पहुंचाएगा। लर्ड का उपयोग भीड़ नियंत्रण, चेतावनी और आपदा के समय लोगों को निर्देश देने के लिए किया जाता है।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी
