
कानपुर, 16 मई (Udaipur Kiran) । जनपद में हेयर ट्रांसप्लांट के एक और मामले में दो इंजीनियरों की मौत के आरोप में फरार चल रही डॉक्टर अनुष्का तिवारी के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस की कई टीमें आरोपित दम्पति की गिरफ्तारी के लिए कानपुर, कानपुर देहात, झांसी और लखनऊ में तलाश कर रही है।
मामले की जांच कर रहे एसीपी अभिषेक पांडे ने बताया कि दो दम्पति का मोबाइल स्विच ऑफ है जिसके चलते उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है। इसी बीच आरोपित डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने अपने अधिवक्ता के जरिए एक बयान भी पुलिस को भेजा है, जिसमें उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को निराधार बताया है। हालांकि एसीपी ने उनके इस बयान को नजरअंदाज करते हुए तलाश और भी तेज कर दी है।
इसी बीच डॉक्टर अनुष्का की डिग्री को लेकर भी कई सवाल प्रकाश में आए हैं। दरअसल उन्होंने फरीदाबाद के मानव रचना डेंटल कॉलेज से बीडीएस यानी बैचलर आफ डेंटल सर्जरी का कोर्स किया था। जबकि उनके पति सौरभ तिवारी ने कानपुर के महाराणा प्रताप डेंटल कॉलेज से बीडीएस किया है। बीडीएस करने के बावजूद आरोपित अनुष्का तिवारी खुद को डर्मेटोलॉजिस्ट बता कर हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी कर रही थी।
मूलरूप से फर्रुखाबाद के रहने वाले मृतक इंजीनियर मयंक कटियार बीते साल 18 नवम्बर को कानपुर कल्याणपुर स्थित डॉक्टर अनुष्का तिवारी के अंपायर हेयर ट्रांसप्लांट क्लीनिक में इलाज के लिए गया था। इलाज के तुरंत बाद से ही उसके सिर में दर्द होना शुरू हो गया और चेहरे पर सूजन भी आने लगी। लेकिन अगले ही दिन यानी 19 नवम्बर की सुबह मयंक की मौत हो गई थी।
इसी तरह से पनकी पावर प्लांट में सहायक अभियंता के पद पर तैनात विनीत दुबे 12 मार्च को डॉक्टर अनुष्का तिवारी से सम्पर्क करके पति ने हेयर ट्रांसप्लांट करवाया था। 15 मार्च के दिन उनकी मौत हो गई थी। इस मामले में भी डॉक्टर अनुष्का तिवारी पर लापरवाही का आरोप था। विनीत की पत्नी की शिकायत पर 56 दिन बाद रावतपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
