मोरीगांव (असम), 16 सितंबर (Udaipur Kiran) । राज्य बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग (एससीआरसी) ने बच्चों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर व्यक्त की है। आयोग ने शिक्षा सेतु ऐप में 38 हजार बच्चों के नामांकन न होने, मार्च 2023 से अप्रैल 2024 तक दो हजार 425 बच्चों के साथ दुर्व्यवहार होने तथा तीन वर्षों में छह हजार बच्चों के साथ दुर्व्यवहार होने पर चिंता व्यक्त की है।
असम राज्य बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग ने मोरीगांव के पुलिस अधीक्षक के बैठक कक्ष में जिला स्तर पर बाल संरक्षण पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। असम राज्य बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग (एएससीआरसी) पॉक्सो जैसे सख्त कानून के बावजूद राज्य में बाल शोषण में वृद्धि को लेकर चिंतित है।
प्रशिक्षण शिविर का आयोजन बाल संरक्षण के क्षेत्र में लागू पॉक्सो अधिनियम के समुचित क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने तथा दोषियों को दंडित करने के लिए विभिन्न स्तरों पर पुलिस अधिकारियों तथा बाल संरक्षण से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों में जागरूकता पैदा करने के लिए किया गया।
राज्य बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग (एससीपीआरसी) इस बात से चिंतित है कि पिछले वर्ष राज्य में एक लाख 27 हजार बच्चों के स्कूलों से ड्रॉपआउट होने के बावजूद 38 हजार बच्चों का शिक्षा सेतु ऐप में नामांकन नहीं हुआ। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2023 से अप्रैल 2024 तक 2,425 बच्चों के साथ चेचक समेत विभिन्न कारणों से दुर्व्यवहार किया गया।
बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग के अनुसार, पिछले तीन वर्षों 2021, 22 और 23 में करीब छह हजार बच्चे बाल दुर्व्यवहार के शिकार हुए हैं।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश