धर्मशाला, 27 मई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड में बीते दिन सोमवार को एक छात्र संगठन द्वारा किए गए हंगामे के बाद बाेर्ड प्रबंधन द्वारा पुलिस थाना धर्मशाला में एफ.आई.आर दर्ज करवा दी गई है। यह एफ.आई.आर. मौके के दौरान रिकॉर्ड किए गए वीडियो के आधार पर दर्ज करवाई गई है। पुलिस द्वारा इस मामले में आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला में सोमवार को छात्र संगठन द्वारा प्रदर्शन के दौरान स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब प्रदर्शनकारियों ने कथित रूप से बोर्ड कार्यालय के मुख्य गेट को तोड़ दिया। साथ ही बोर्ड सचिव के कमरे में टेबल को थपथपाने के चलते बोर्ड प्रशासन ने गंभीर रुख अपनाते हुए संबंधित कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवा दी है।
बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि मुख्य गेट को जबरदस्ती तोड़ गया। इस दौरान गेट पर तैनात कर्मचारियों को चोटें आईं और बोर्ड स्टाफ के साथ अभद्रता भी की गई। उन्होंने बताया कि पूरी घटना की वीडियो फुटेज की जांच की गई और जिन-जिन कार्यकर्ताओं की पहचान हुई है, उनके खिलाफ एफ.आई.आर.दर्ज करवा दी गई है।
छात्र राजनीति में गिरावट चिंताजनक : निखिल जमवाल
कल हुए धरने में जो दृश्य सामने आए, वे छात्र राजनीति की गिरती मर्यादा को दर्शाते हैं। जिस प्रकार से कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों द्वारा बोर्ड सचिव जो कि एक सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं उनके साथ अमर्यादित व्यवहार किया गया, वह निंदनीय है। एन.एस.यू.आई. के प्रदेश महासचिव निखिल जमवाल ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्रों की राजनीति इस स्तर तक गिर गई है जहां सम्मानित अधिकारियों का भी अपमान किया जा रहा है। उन्होंने कहा, कि लोकतांत्रिक विरोध का अधिकार सबको है, लेकिन किसी भी व्यक्ति विशेष खासकर ऐसे व्यक्ति जो देश की सेवा कर चुके हों उनके प्रति असम्मानजनक रवैया किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने सभी छात्र संगठनों से अपील की कि वे अपने विरोध प्रदर्शन मर्यादित ढंग से करें और संवाद व समाधान के मार्ग को अपनाएं।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर रोक, ए.बी.वी.पी. कार्यकर्ताओं पर दबाव प्रदेशभर में आंदोलन की चेतावनी
प्रदेश सह मंत्री अभिनव चौधरी ने बताया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान बोर्ड सचिव के इशारे पर गेट बंद कर ए.बी.वी.पी. कार्यकर्ताओं को रोका गया, जिसमें कुछ कार्यकर्ता घायल भी हुए। इसके बावजूद शिक्षा बोर्ड द्वारा कार्यकर्ताओं पर झूठी एफ.आई.आर. का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 48 घंटे में सभी मांगे नहीं मानी गईं तो प्रदेशभर में आंदोलन छेड़ा जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षा बोर्ड की होगी।
पुलिस थाना धर्मशाला के प्रभारी नारायण सिंह ने बताया कि बोर्ड द्वारा बनाए गए मामले के वीडियो के आधार पर छात्र संगठन के 10-15 कार्यकर्ताओं पर एफ. आई. आर. दर्ज कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
