
जयपुर, 2 मई (Udaipur Kiran) । व्यक्ति—परिवार और समाज के नैतिक उत्थान के लिए जीवन के आदर्श मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा देने के लिए रविवार को आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में सुबह आठ से दस बजे तक सत्संकल्प-2025 का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत भारतीय संविधान और नव युग के संविधान का पूजन किया जाएगा। इसके बाद सभी उपस्थित श्रद्धालु नव युग के संविधान का सामूहिक रूप से पाठ करेंगे। गायत्री परिवार के संस्थापक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य ने नव युग के संविधान का लेखन किया है। अब हर इसे व्यक्ति तक पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है। इसे फोल्डर में तैयार कराया गया है। यह फोल्डर सभी लोगों को निशुल्क वितरित किया जाएगा।
नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ में इस अभियान का श्रीगणेश किया जाएगा। अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने हाल ही में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से नई दिल्ली में सौजन्य भेंट की थी। इस आत्मीय मुलाकात के दौरान अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित ‘युग निर्माण सत्संकल्प’ से उन्हें अवगत कराया और इस प्रेरणास्पद संदेश को देश के सभी सांसदों तक पहुंचाने का आग्रह किया। राजस्थान में सभी विधायकों तक भी ‘युग निर्माण सत्संकल्प’ पहुंचाया जाएगा। गायत्री परिवार राजस्थान के समन्वयक ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि युग निर्माण सत्संकल्प एक आध्यात्मिक घोषणापत्र है और नवयुग का आध्यात्मिक संविधान है। यह राष्ट्र के नीति-निर्माताओं और जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है।यज्ञ में शामिल होने वाले लोगों से आग्रह किया जाएगा कि प्रत्येक व्यक्ति दैनिक धार्मिक कर्म की तरह इसे नित्य प्रात:काल पढऩा चाहिए और सामूहिक शुभ अवसरों पर एक व्यक्ति उच्चारण करें और शेष लोगों को उसे दुहराने की शैली से पढ़ा जाना चाहिए।
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार में राजस्थान जोन के समन्वयक गौरीशंकर सैनी ने बताया कि गायत्री परिवार अपने जिस लक्ष्य को लेकर सात आंदोलनों को दुनियाभर में चला रहा है उसका बीज सत्संकल्प है। उसी आधार पर सारी विचारणा, योजना, गतिविधियां एवं कार्यक्रम संचालित होते हैं। 21 वीं सदी का संविधान घोषणा- पत्र भी कहा जा सकता है।
गायत्री महामंत्र से देंगे आहुतियां:
गोविंद देवजी मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि इस मौके पर नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन भी किया जाएगा। यज्ञ गायत्री शक्तिपीठ के विद्वानों की टोली संपन्न कराएगी। सुबह आठ से दस बजे तक देव पूजन और हवन होगा। विश्व शंाति के लिए गायत्री एवं महामृत्युजंय महामंत्र से 108 आहुतियां प्रदान की जाएंगी। कुछ विशिष्ट आहुतियां भी प्रदान की जाएंगी।
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(Udaipur Kiran)
