
सतना, 21 मार्च (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के सतना जिले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) रीवा की टीम ने शुक्रवार को एक रोजगार सहायक को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा है। आरोपित रोजगार सहायक ने ग्राम पंचायत सोहौला के सरपंच शकुंतला चौरसिया के पति भगवानदास से निर्माण कार्य का भुगतान कराने के एवज में कमीशन के तौर पर 10 प्रतिशत राशि की रिश्वत की मांग थी। जिसकी शिकायत मिलने के बाद ईओडब्ल्यू ने यह कार्रवाई की है।
रीवा के ईओडब्ल्यू एसपी डॉ. अरविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि मामला ग्राम पंचायत सोहौला का है। यहां की सरपंच शकुंतला चौरसिया के पति भगवानदास चौरसिया ने रोजगार गारंटी योजना के तहत पानी की टंकी और दो नालियों का निर्माण कराया था। इस काम की कुल लागत एक लाख 60 हजार रुपये थी। भुगतान के लिए रोजगार सहायक की रिपोर्ट और आईडी जरूरी थी। इसी के लिए रोजगार सहायक पंकज तिवारी 10 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहा था। फरियादी ने परेशान होकर इसकी शिकायत रीवा ईओडब्ल्यू में कर दी। जांच में शिकायत सही पाई गई। जिसके बाद जाल बिछाकर शुक्रवार को रोजगार सहायक पंकज तिवारी को बाबूपुर ग्राम पंचायत में संस्कृत विद्यालय के सामने बुलाया गया। जैसे ही उसने पैसे लिए, ईओडब्ल्यू की टीम ने उसे रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आरोपित रोजगार सहायक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है और फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है। कार्रवाई में उप पुलिस अधीक्षक प्रभा किरण के नेतृत्व में पूरी टीम शामिल रही।
(Udaipur Kiran) तोमर
