– शिक्षा के साथ शारीरिक विकास के लिए खेल भी आवश्यकः राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी
सतना, 19 जनवरी (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को खेल अधोसंरचना के अंतर्गत प्रदेश के छह जिलों में इंडोर हॉल तथा आउटडोर खेल परिसर का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें सतना जिले के नागौद के खेल परिसर में एक करोड 69 लाख रुपये लागत से नव निर्मित इंडोर स्पोर्टस काम्पलेक्स का भी मुख्यमंत्री ने वर्चुअल लोकार्पण किया।
नागौद के स्थानीय कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में शिक्षा के साथ शारीरिक विकास के लिए खेल भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने क्षेत्र और जिलेवासियों को अनुपम सौगात की बधाई देते हुए कहा कि खेल प्रतिभाओं को स्पोर्टस काम्पलेक्स के माध्यम से प्रतिभा में निखार और जीवन में आगे बढने का मंच मिलेगा। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, एसडीओपी विदिता डागर, राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाडी अंकिता सिंह, संभागीय खेल अधिकारी एमके धौलपुरी, खेल अधिकारी एसपी तिवारी तथा बडी संख्या में गणमान्य नागरिक, खिलाडी और खेल प्रेमी जनता उपस्थित रही।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खेल अधोसंरचना के विकास अंतर्गत रविवार को प्रदेश के नागौद सतना, बुधनी-सीहोर, हरदा, टिमरनी-हरदा और नारायणगढ़-मंदसौर में इण्डोर हॉल तथा जोबट-अलीराजपुर में आउटडोर खेल परिसर का वर्चुअल लोकार्पण किया। इस अवसर पर प्रदेश में विद्यार्थियों और आम नागरिकों को खेलो से जोडने तथा स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए एक नवाचार के रूप में खेलो-बढो अभियान का शुभारंभ भी किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय मंत्री मनसुख मण्डाविया और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग भी उपस्थित रहे।
नागौद के इंडोर स्पोर्टस काम्पलेक्स के लोकार्पण के स्थानीय कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खेलो इण्डिया खेलो अभियान के तहत युवाओं से आहवान किया है कि वे विभिन्न खेलो के माध्यम से प्रदेश और देश का नाम रोशन करें। खेल हमारे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक है। अगर हमारा शरीर स्वास्थ्य रहेगा तो खेल के साथ-साथ अन्य विधाओं में भी हम आगे बढते रहेंगे। जीवन में सफलता के कई रास्ते है। केवल शिक्षा से ही नहीं, खेलकूद में भी लक्ष्य के साथ आगे बढकर हम अच्छा मुकाम हासिल कर सकते हैं। कई बार असफल होने के बाद भी हमें निराश होकर अपना मार्ग नहीं बदलना चाहिए। क्योंकि असफलता से सीख लेकर निरंतर प्रयास करते रहने से हमें सफलता अवश्य मिलती है।
(Udaipur Kiran) तोमर