मंडी, 19 मई (Udaipur Kiran) । सर्व देवता सेवा समिति ने आगामी शिवरात्रि मेलों में देवताओं के बैठने के स्थान के लिए कवायद शुरू कर दी है। सोमवार को सर्वदेवता जिला की कार्यकारिणी की बैठक देव सदन / संस्कृति सदन कांगणी में अध्यक्ष शिव पाल शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में जिला भाषा अधिकारी मंडी रेवती सैनी भी मौजूद रही। सर्वदेवता समिति ने ऐतिहासिक पड्डल मैदान में शिवरात्रि मेलों के दौरान देवी-देवताओं के समागम के लिए अलग जगह की मांग उठाई है।
देवता समिति के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने बताया कि समस्त कारदारों को देव संस्कृति के बारे में अवगत कराया गया। वहीं इस बैठक में कारदारों ने मांग रखी कि सरकार और प्रशासन अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले के दौरान पड्डल मैदान में देवी-देवताओं को बैठने के लिए पुलिस स्टेशन सदर के साथ लगते गेट से ऐतिहासिक चानणी तक का स्थान दिया जाए ताकि सभी देवी देवता वहां आसानी से बैठ सके।
सर्वदेवता समिति ने यह भी मांग रखी कि उस स्थान पर डोम भी लगाया जाए ताकि धूप और बारिश से बचा जा सके। जिससे सभी श्रद्धालुगण एक ही जगह सभी देवी देवताओं के दर्शन कर सकें l
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में पांच ही मेले जिनमें अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मंडी, कुल्लू का दशहरा, रामपुर लवी का मेला, रेणुका मेला और चंबा का मिंजर मेला हर वर्ष मनाए जाए हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि इसको देखते हुए हमारी देव सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण और संवर्धन करने के लिए राशि का अभाव रहता है। इसलिए कारदारों ने सुझाव दिया कि देश के प्रधानमंत्री को इस बारे ज्ञापन भेजा जाएगा।
सर्वदेवता समिति ने यह भी प्रस्ताव रखा कि देव सदन – संस्कृति सदन की छत पर पेड़ गिरने से काफी नुक्सान हुआ है, जिसकी अभी तक रिपेयर नहीं हुई है । इसके अतिरिक्त सोमवार सुबह आंधी-तूफान आने से एक और पेड़ गिर गया है। उन्होंने कहा कि देव सदन के इर्द गिर्द बहुत पुराने पेड़ हैं वे भी तूफान से किसी भी समय गिर सकते हैं । जिससे भवन को क्षति पहुंच सकती है। सर्वदेवता समिति ने मांग की है कि नियमानुसार कार्यवाही कर इन पेड़ो को निकाल दिया जाए ताकि भवन सुरक्षित रहे l
—————
(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
