चित्तौड़गढ़, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर की और से निर्मित भोजनशाला का गुरुवार को जिला कलक्टर तथा मंदिर बोर्ड के अध्यक्ष ने वैदिक मंत्रोचार के साथ मोलीबंद खोल कर शुभारंभ किया। काफी लंबे इंतजार के बाद इस भोजनशाला की शुरुआत हो पाई है, जबकि इसे तैयार हुए काफी समय हो गया था। सांवलियाजी में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इस भोजनशाला का निर्माण किया गया है तथा एक बाद में करीब 1500 श्रद्धालु एक साथ भोजन कर सकेंगे।
जानकारी के अनुसार श्री सांवलियाजी मंदिर के कांप्लेक्स मार्केट में 4 वर्ष पूर्व इस भोजनशाला का निर्माण हुआ था। इसके उद्घाटन से पूर्व वैदिक पाठशाला के आचार्य तथा बटुकों ने पंडित विश्वनाथ आमेटा के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन किया। दोपहर में जिला कलक्टर आलोक रंजन, अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय तथा कार्यवाहक सीईओ सुरेंद्रसिंह राजपुरोहित, मंदिर मंडल अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर ने भोजशाला के गेट पर लगे मौली बंद को खोल कर विधिवत शुभारंभ किया। बताया गया कि इस भोजनशाला का निर्माण पहले हो चुका था। इसके लिए आवश्यक फर्नीचर व मशीनरी उपकरण भी खरीद लिए गए थे। लेकिन संचालन व्यवस्था के निर्णय को लेकर इसके शुभारंभ में देरी हुई। अब जाकर इसकी शुरुआत हुई है। इस भोजशाला में सभी सुविधाएं अत्याधुनिक है। दो मंजिला इस भोजनशाला के ऊपर जाने के लिए वरिष्ठ व दिव्यांगों के लिए लिफ्ट लगी हुई है। एक साथ 1500 लोगों के भोजन की व्यवस्था है। भोजनशाला में देख-रेख मंदिर मंडल की रहेगी जबकि संचालन ठेकेदार करेगा। यहां 60 प्रति व्यक्ति भरपेट भोजन की व्यवस्था की गई। भोजशाला में वैसे तो बैठक व्यवस्था है। लेकिन थाली में भोजन लेने के लिए बुफे व्यवस्था की गई है।
(Udaipur Kiran) / अखिल तिवारी / संदीप