वाराणसी,23 अगस्त (Udaipur Kiran) । संस्कृत के विद्यार्थियों ने शुक्रवार को सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में पारम्परिक वेशभूषा में जमकर कबड्डी खेली। इस दौरान संस्कृत में कमेंट्री लोगों को खूब पसन्द आई। कमेंट्री करने वाले ने जैसे ही कहा अनेन क्रीडकेन अपरः क्रीडकः गृहीतः …….. इस खिलाड़ी के द्वारा वह खिलाड़ी पकड़ लिया गया…खूब तालियां बजी। भारतीय खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए शिक्षा मंत्रालय के प्रकल्प भारतीय ज्ञान परम्परा केंद्र की पहल पर आयोजित स्नातक स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में 06 टीमों ने भाग लिया। इसमें श्री स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ, वाराणसी,श्री स्वामी नारायणानंद तीर्थ वेद विद्यालय, वाराणसी, इंण्टरनेशनल चंद्रमौली चैरिटेबल ट्रस्ट, वाराणसी,विश्वेश्वर वेद भवनम्, वाराणसी, सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, वेद विद्यानिधी, वाराणसी के छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ भागीदारी की। प्रत्येक टीमों 08—08 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया ।
उद्घाटन मैच स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ तथा स्वामी नारायणानंद तीर्थ वेद विद्यालय के मध्य हुआ। स्वामी नारायणानंद तीर्थ वेद विद्यालय की टीम ने टॉस जीता। फाइनल मैच स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ तथा विश्वेश्वर वेद भवनम् के मध्य हुआ। जिसमें वेदांती वेद विद्यापीठ सर्वाधिक 24 अंक प्राप्त कर विजेता तथा विश्वेश्वर वेद भवनम् नें 19 अंक अर्जित करने के साथ ही द्वितीय विजेता रही।
प्रतियोगिता के उद्घाटन और समापन के अवसर पर आईकेएस के मुख्य समन्वयक प्रो. हरिप्रसाद अधिकारी,कुलसचिव राकेश कुमार,प्रतियोगिता संयोजक डॉ. ज्ञानेंद्र सापकोटा, डॉ. विजय कुमार शर्मा, डॉ देवात्मा दुबे आदि की विशिष्ट उपस्थिति रही। खेल में उद्घोषक की भूमिका डॉ. आशीष मणि त्रिपाठी,दवे अल्पेश पंकजभाई ने निभाई। खेल निर्णायक डॉ. जयंतपति त्रिपाठी तथा डॉ. दुर्गेश पाठक रहे।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी / बृजनंदन यादव