

मुरादाबाद, 09 मार्च (Udaipur Kiran) । सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र और ताल तरंग संगीत कला शिक्षा केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को रामगंगा विहार में होली उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर केंद्र के छात्र-छात्राओं ने नृत्य व गायन की प्रस्तुति दी।
केंद्र व्यवस्थापिका संगीता सिक्का ने बताया कि संगीत को साधना का सबसे अच्छा व प्रभावशाली माध्यम माना जाता है। संगीत और नृत्य के माध्यम से समाज के शारीरिक, सामाजिक व नैतिक स्वास्थ्य को विकसित करने के लिए सतयुग दर्शन ट्रस्ट द्वारा स्थापित 20 शाखाएं विभिन्न जनपदों में कार्यरत हैं। सभी संस्थाएं प्रयाग संगीत समिति द्वारा रजिस्टर्ड है। उन्होंने आगे कहा कि संस्था का उद्देश्य न केवल विद्यार्थियों को इस कला में पारंगत करना ही नहीं बल्कि इन बच्चों को मानवीय गुणों से परिचित भी कराना है।
इस मौके पर सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र की व्यवस्थापिका संगीता सिक्का के अलावा ताल तरंग संगीत कला शिक्षा केंद्र के संचालक नितिन व्यास, प्रिया व्यास, संगम नागपाल, गुलाबदास, सीमा सोनी, निमित जायसवाल, ज्योति, कीर्ति, प्रीति, निधि, शैली, सजन उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
