– जिलाधिकारी ने जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की समीक्षा की, दी हिदायत
गोपेश्वर, 03 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने गुरूवार को वीसी के माध्यम से जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सभी पूर्ति निरीक्षकों को निर्देशित किया कि सड़क अवरूद्व होने के कारण जिन गांवों में राशन नहीं पहुंचा है, वहां घोडे-खच्चर से चार अक्टूबर तक राशन पहुंचाना सुनिश्चित करें। इसमें कोई लापरवाही न हो। घोड़े-खच्चर के ढुलान भाड़े का पटवारी और ग्राम प्रधान से सत्यापन कराकर बिल प्रस्तुत करें।
समीक्षा के दौरान पूर्ति निरीक्षकों से गोदामों की स्थिति, दुकानों का निरीक्षण और विभागीय योजनाओं के बारे में सटीक जानकारी न मिलने पर जिलाधिकारी ने पूर्ति निरीक्षकों को सख्त हिदायत दी और कहा कि अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएं। सक्रियता के साथ फील्ड में काम करना सुनिश्चित करें। उन्होंने पूर्ति निरीक्षकों को निर्देशित किया कि गांव की खुली बैठकों में प्रतिभाग करें। जिन लोगों के राशन कार्ड नहीं बने हैं, उनके राशन कार्ड बनाए जाएं। फर्जी राशन कार्ड बंद करें। सप्ताह में कम से कम दो तीन सस्ते गल्ले की दुकानों का निरीक्षण कर रिपोर्ट दें।
गैस आपूर्ति करने वाले वाहनों की हाे नियमित चेकिंग
जिलाधिकारी ने कहा कि गैस आपूर्ति करने वाले वाहनों की नियमित चेकिंग कर गैस सिलेंडर में घटतौली की शिकायतों को दूर करें। होटल एवं ढाबों में घरेलू सिलेंडर के उपयोग पर प्रभावी कार्रवाई की जाए। पेट्रोल पंपों का समय-समय पर निरीक्षण करें। पूर्ति निरीक्षक स्तर की छोटी-छोटी शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने पूर्ति निरीक्षकों से गोदामों की स्थिति, राशन वितरण और ऑनलाइन पोर्टल पर डाटा अपडेशन आदि कार्यों की समीक्षा की।
इन गांवाें में नहीं पहुंच पाया है सितंबर माह का राशन
जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी ने बताया कि उत्तराखंड राज्य खाद्यान्न योजना के अंतर्गत जनपद में 37978 राशन कार्ड, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के 44790 और अंत्योदय के 7182 राशन कार्ड हैं। जनपद में 16 आंतरिक गोदाम हैं। ग्राम आला, पेरी, कनोल, नैल, नौली, चोपता, खैनोली, कोठा, सिलोडी तथा वांक में सड़क मार्ग अवरूद्व होने के कारण सितंबर माह का राशन नहीं पहुंच पाया है। जिले में 22 पेट्रोल पंप और 14 गैस एजेंसी है। आपूर्ति विभाग की ओर से घटतौली, ओवर रेटिंग और रेट लिस्ट के संबंध में तीन सौ निरीक्षण किए गए। इसमें 79 के विरुद्ध चालान कर नियमानुसार निस्तारण किया गया।
(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल