– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिंघल भारतात्मा अशोक सिंघल वेद पुरस्कार- 2024 के पुरस्कार वितरण समारोह में हुए शामिल
-बोले -अब हमें अपने अधिकारों की चिंता कम और नागरिक कर्तव्यों के विषय में ज्यादा चिंतन करना होगा
– श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन और अशोक सिंघल एक-दूसरे के थे पूरक
– अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला का विराजमान होना गुलामी के अंशों की समाप्ति जैसा
अयोध्या, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हम सबके सामने विकसित भारत का मानचित्र रखा है। इसमें नागरिक कर्तव्य सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। देश और सनातन धर्म के लिए अब हमें अपने अधिकारों की चिंता कम और नागरिक कर्तव्यों के विषय में ज्यादा चिंतन करना होगा। उन्होंने कहा कि सनातन ही दुनिया का एकमात्र धर्म है। सनातन धर्म सुरक्षित एवं समृद्धि के पथ पर अग्रसर रहेगा तो विश्व मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा। अगर सनातन धर्म खतरे में पड़ेगा तो विश्व मानवता का जीवन खतरे में पड़ जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी गुरुवार को अयोध्या में सिंघल फाउंडेशन के बैनर तले आयोजित भारतात्मा अशोक सिंघल वेद पुरस्कार- 2024 के पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि अशोक सिंघल ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी, लेकिन उनका जीवन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक प्रचारक के रुप में सनातन धर्म के लिए समर्पित था। सीएम योगी ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन और अशोक सिंघल एक-दूसरे के पूरक थे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सिंघल जी के पास सोते, जागते, उठते, बैठते सिर्फ एक ही कार्य था, श्रीराम जन्मभूमि की प्राप्ति। उसके लिए वह शांति और क्रांति दोनों मार्गों को अपनाने को आतुर रहते थे। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में उनके योगदान का प्रतिफल है कि 22 जनवरी 2024 के दिन इस सदी की सबसे उत्कृष्ट घटना घटी। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से भव्य मंदिर में प्रभु श्रीरामलला विराजमान हुए। साधना जब सच्ची होती है तो परिणाम प्राप्त होता ही है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला का विराजमान होना गुलामी के अंशों की समाप्ति है, जो अब थमने वाला नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अछूतोद्धार के लिए अशाेक सिंघल जी प्रयास अतुलनीय हैं। उनके द्वारा स्थापित वेद विद्यालय और एकल विद्यालय भी श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि वेदो अखिलो धर्म मूलम् यानी अखिल विश्व के धर्म का अगर कोई मूल है तो वेद हैं। अशोक सिंघल ने वेदों के इस महत्व को अपने जीवन में अक्षरशः उतारने का कार्य किया था। सीएम योगी ने कहा कि गोरक्षक सुंदर यादव की आजमगढ़ में गोतस्करों ने हत्या कर दी थी। उस हत्या के खिलाफ आंदोलन हुआ था, जिसका अशोक सिंघल नेतृत्व कर रहे थे। इसी का परिणाम रहा कि गोरक्षक सुंदर यादव के हत्यारे जेल गए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारतस्य प्रतिष्ठे द्वे संस्कृतं संस्कृतिस्तथा यानी भारत की प्रतिष्ठा संस्कृत और संस्कृति में हो सकती है। यही भारत की आत्मा है और यही विश्व की आत्मा हो सकती है। उन्होंने कहा कि दुनिया आज शांति, सुरक्षा और सौहार्द्र के लिए भारत की तरफ आशा भरी निगाहों से देखती है। पूरी दुनिया में आज कोई भी घटना घटित होती है तो दुनिया की निगाह भारत के नेतृत्व की तरफ होती है। सीएम योगी ने कहा कि दुनिया में जब भी शांति, सौहार्द्र, सुख और समृद्धि की बात होगी तो दुनिया का ध्यान भारत के गुरुकुलों की तरफ जाएगा। भारत ही उसका नेतृत्व करेगा।
इन्हें मिला पुरस्कार
मुख्यमंत्री योगी की मौजूदगी में वेदमूर्ति वयोवृद्ध ब्रह्मर्षि विष्णु पटल सुब्रमण्यम को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड ,आचार्य गोपाल चंद्र मिश्र वैदिक उन्नयन संस्थान, काशी, उत्तर प्रदेश को उत्तम वेद विद्यालय के लिए सात लाख का पुरस्कार, मेडल व प्रमाण पत्र , आदर्श वेदाध्यापक कुलपति आर. चंद्रमौलि श्रौती, तमिलनाडु को पांच लाख का पुरस्कार , मेडल व प्रमाण पत्र, उत्कृष्ट वेद विद्यार्थी नारायण लाल शर्मा राजस्थान को तीन लाख का पुरस्कार, मेडल व प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्व सर कार्यवाह भैया जी जोशी, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, आध्यात्मिक संत आइया जी, सिंघल फाउंडेशन के अध्यक्ष सलिल सिंघल, न्यासी संजय सिंघल, निर्णायक समिति के सदस्य एवं अयोध्या के कई संत मौजूद थे।
(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय