RAJASTHAN

सनातन धर्म ही वैश्विक सद्भाव का मार्ग है : सदगुरू रितेश्वर महाराज

सनातन धर्म ही वैश्विक सदभाव का मार्ग है : सदगुरू रितेश्वर महाराज

जयपुर, 30 नवंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय संस्कृति, परंपरा और समृद्धि के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से देश के 108 शहरों और गांवों में निकाली जा रही भारत सनातन सम्मान यात्रा अयोध्या से प्रारंभ होकर शनिवार को गुलाबी नगरी पहुंची। इसी क्रम में सोशल डवलपमेंट एंड रिसर्च सोसायटी की ओर से विद्याश्रम स्कूल के महाराणा प्रताप सभागार में प्रथम भारत सनातन सम्मान उत्सव आयोजित किया गया। वृंदावन के श्रीआनंदम धाम आश्रम के संस्थापक, अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक गुरु और प्रखर वक्ता सदगुरु रितेश्वर महाराज के सानिध्य में हुए इस समारोह के दौरान सनातन विश्वविद्यालय की स्थापना, प्राचीन ज्ञान और आधुनिक शिक्षा को जोड़ने के मिशन की घोषणा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन सिंह राठौड़ थे, जिन्होंने सनातन मूल्यों के संरक्षण के महत्व पर अपना संबोधन दिया। इस अवसर पर सोशल डवलपमेंट एंड रिसर्च सोसायटी के अध्यक्ष गोविंद शर्मा, सचिव भागीरथ चौधरी, सदस्य गोपाल जालान, राहुल खुराना, मनीष सोलंकी, प्रियंका सिन्हा, निखिल मिश्रा, संजीव चंद्रावत, पवन जांगिड़ प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान भारत की सांस्कृतिक विरासत दर्शाते भक्ति गीत, पारंपरिक नृत्य के साथ ही रामायण और महाभारत के प्रसंगों का नाटकीय मंचन भी किया गया।

सोशल डवलपमेंट एंड रिसर्च सोसायटी के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने बताया कि हमारा संस्थान लंबे समय से सामाजिक कार्य से जुड़ा हुआ है और शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला विकास, पर्यावरण एवं ग्रामीण विकास इत्यादि के क्षेत्र में पूरे राजस्थान में कार्य कर रहा है। 2030 के सतत विकास के वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करने लिए हमारा संस्थान निरंतर प्रयासरत है। सनातन भारत सम्मान उत्सव के दौरान सदगुरु रितेश्वर जी महाराज ने अपने वक्तव्य में आज के परिदृश्य में सनातन धर्म की प्रासंगिकता पर जोर दिया। सनातन धर्म: वैश्विक सद्भाव का मार्ग विषय पर उन्होंने कहा कि भारत सदैव ही विश्व गुरु रहा है और भारत की सनातन जीवन पद्धति ने वसुधैव कुटुंबकम् की अवधारणा को प्रशस्त करते हुए सम्पूर्ण विश्व को एक करने के लिए वैश्विक बंधुत्व और सदभाव का मार्ग दिखाया है। विश्व में शान्ति और जन कल्याण के लिए आज सनातन संस्कृति और जीवन मूल्यों को अंगीकार करने की परम आवश्यकता है। इस अवसर पर पर्यावरण स्थिरता, शिक्षा और सशक्तिकरण, सांस्कृतिक और सामाजिक सेवा के लिए विभिन्न व्यक्तियों और संगठनों को समाजवादी पुरस्कार भेंट कर अभिनंदन भी किया गया।

उल्लेखनीय है कि सद्गुरु श्री रितेश्वर महाराज के आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन से सनातन भारत सम्मान यात्रा निकाली जा रही है, जो कि एक ऐतिहासिक पहल है और इसका उद्देश्य सनातन धर्म के आदर्शों को प्रचारित करना एवं समाज में जागरूकता फैलाना है। यह यात्रा 108 शहरों और गांवों में आयोजित की जाएगी, जहां सनातन धर्म के महत्व और उसके सिद्धांतों को समझाने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यह गौरवमयी यात्रा भारतीय समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी एक मजबूत कदम साबित होगी।

—————

(Udaipur Kiran)

Most Popular

To Top