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समशाद और फकीया को ईलाज के लिए भेजा गया अहमदाबाद 

समशाद और फकीया को ईलाज के लिए भेजा गया अहमदाबाद

किशनगंज,20दिसंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जिले में जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। कोचाधामन प्रखंड के एक वर्षीय समशाद अली और 8.5 वर्षीय फकीया नाज को निःशुल्क ओपन हार्ट सर्जरी के लिए अहमदाबाद स्थित श्री सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल भेजा गया। यह राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम की सक्रियता और सरकार की जनकल्याणकारी योजना का परिणाम है, जिससे इन बच्चों को नई जिंदगी मिलने की उम्मीद है। दोनों बच्चों को जन्म से ही हृदय में छेद की समस्या थी, जिसके कारण उनके सामान्य जीवन में बाधाएं आ रही थीं। समय पर इलाज न होने से उनकी हालत और बिगड़ सकती थी। शुक्रवार को सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत अब तक जिले में 60 से अधिक बच्चों की सफल सर्जरी की जा चुकी है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य जन्मजात विकृतियों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बच्चों को निःशुल्क और समुचित इलाज उपलब्ध कराना है। अहमदाबाद के सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल में दोनों बच्चों का इलाज विशेषज्ञ डाक्टरों की देखरेख में किया जाएगा। सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम बच्चों को जीवनदान देने में अहम भूमिका निभा रही है। टीम नियमित रूप से प्रखंड स्तर से लेकर गांवों तक भ्रमण कर ऐसे बच्चों को चिन्हित करती है, जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। इसके बाद उन्हें सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिलाने के लिए हर संभव सहयोग प्रदान करती है।

जिलाधिकारी विशाल राज ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे अपने बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। यदि कोई बच्चा जन्मजात विकृति, गंभीर बीमारी, या विकास संबंधी समस्या से पीड़ित है, तो वे अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर आरबीएसके टीम से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर बच्चों का भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार की यह पहल समाज के जरूरतमंद और वंचित वर्ग के लिए वरदान साबित हो रही है। आरबीएसके और मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के माध्यम से बच्चों को स्वस्थ और उज्जवल भविष्य की ओर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। सभी अभिभावकों से अपील है कि वे अपने बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाकर उनके जीवन को सुरक्षित करें। जिला कार्यक्रम प्रबंधक डा. मुनाजिम ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत बच्चों का इलाज पूरी तरह निःशुल्क है। इसमें मरीज और उनके एक अभिभावक के रहने, खाने, और आने-जाने का पूरा खर्च सरकार उठाती है। साथ ही, इलाज के बाद बच्चों का फॉलोअप भी सुनिश्चित किया जाता है।

(Udaipur Kiran) / धर्मेन्द्र सिंह

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