पटना, 28 नवंबर (Udaipur Kiran) । उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने सहरसा जिले की प्रसिद्ध मत्स्यगंधा झील के विकास के लिए 97.61 करोड़ रुपये और कैमूर जिले में करमचक ईको-टूरिज्म एडवेंचर हब विकसित करने के लिए 49.51 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। इससे मत्स्यगंधा झील में राजगीर के बाद राज्य का दूसरा ग्लास ब्रिज विशेष आकर्षण का केंद्र होगा।
गुरुवार काे सम्राट चौधरी ने उत्तर और दक्षिण बिहार में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कुल 147.12 करोड़ से अधिक की राशि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को धन्यवाद दिया है।
उन्होंने कहा कि पर्यटन सुविधाओं और संरचना के विकास से दोनों जिलों में स्थानीय लोगों को हस्तशिल्प, होटल, परिवहन जैसे क्षेत्रों में हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। उपमुख्यमंत्री चौधरी ने बताया कि केंद्रीय सहायता की राशि से मत्स्यगंधा झील परिसर में गोलाकार ग्लास ब्रिज, घाट, टॉयलेट ब्लॉक, फूड कोर्ट, पार्किंग, म्यूजिकल फाउंटेन, लाइट एंड साउंड शो और सेल्फी प्वाइंट जैसी 22 आकर्षक संरचनाएं विकसित की जाएंगी। चौधरी ने बताया कि कैमूर में 49.12 करोड़ रुपये से बनने वाला ईको-टूरिज्म एडवेंचर हब साहसिक पर्यटन में रुचि रखने वालों को नया रोमांचक अनुभव देने के लिए आकर्षित करेगा।
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(Udaipur Kiran) / चंदा कुमारी