Madhya Pradesh

संपदा 2.0 ऑनलाइन दस्तावेज पंजीयन में डिजिटल क्रांति का माइलस्टोनः मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री संपदा 2.0 पोर्टल और मोबाइल एप के शुभारंभ कार्यक्रम में अधिकारियों को सम्मानित करते हुए
मुख्यमंत्री संपदा 2.0 पोर्टल और मोबाइल एप के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए

– मुख्यमंत्री ने ई रजिस्ट्री और ई पंजीयन के नवीन प्रणाली पर विकसित संपदा 2.0 पोर्टल और मोबाइल एप का किया शुभारंभ

– भारत सरकार ने 120 शहरों के जीआईएस मैपिंग का कार्य करेगा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, हर जिले में स्थापित होगी जीआईएस लैब

भोपाल, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया डिजिटल इंडिया मिशन अब कल्पवृक्ष की तरह आमजन की हर जरूरत पूरी कर रहा है। जीरो बैलेंस खाता, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और ई- रजिस्ट्री जैसे नवाचार ने सभी का जीवन सरल और सुगम बनाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराय सभागार में ई रजिस्ट्री और ई पंजीयन के नवीन प्रणाली पर विकसित संपदा 2.0 पोर्टल और मोबाइल एप का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नवीन तकनीक पर आधारित संपदा 2.0 ऑनलाइन दस्तावेज पंजीयन में डिजिटल क्रांति का माइलस्टोन बनेगा। पहले प्रदेश में दस्तावेज पंजीयन और अन्य कार्यों के लिए कार्यालय आना पड़ता था, लेकिन पोर्टल और ऐप के माध्यम से सभी लोग घर से ही इस सुविधा का लाभ उठा पाएंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत सरकार ने मध्यप्रदेश को दो नए महत्वपूर्ण कार्य सौंपे हैं। 120 शहरों के जीआईएस कार्य को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के माध्यम से आईटी विभाग द्वारा पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश में सभी जिलों में जीआईएस लैब स्थापित करने जा रहे हैं। जिसके माध्यम से भविष्य में इसका लाभ भी प्रदेश को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटी के क्षेत्र में मध्यप्रदेश बहुत उन्नत स्थिति में जा रहा है। आईटी में नवाचार के साथ मध्य प्रदेश सरकार पेपर लेस की दिशा में कदम बढ़ाएगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संपदा 2.0 की खूबियां बताते हुए कहा कि संपदा 2.0 उन्नत तकनीक पर आधारित सॉफ्टवेयर है। राजेश को और वित्त विभाग के साथ-साथ इस नगरीय प्रशासन, जीएसटी और आधार से भी इंटीग्रेटेड किया गया है। ऐप में लोकेशन के माध्यम से जमीन की कलेक्टर गाइडलाइन दर मालूम हो सकेगी। सॉफ्टवेयर से संपत्ति की जीआईसी मैपिंग होगी, बायोमैट्रिक पहचान और दस्तावेजों की फॉर्मेटिंग भी होगी, दस्तावेजों के पंजीयन के लिए व्यक्तिगत मौजूदगी की जरूरत नहीं होगी। घर बैठे ही दस्तावेज सत्यापन और पंजीकरण हो सकेगा। दस्तावेज की सॉफ्ट कॉपी व्हाट्सएप और ईमेल के माध्यम से आवेदक को प्राप्त होगी।

उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि 2015 में लॉन्च की गई संपदा 1.0 की कठिनाइयों को दूर कर नवीन तकनीक पर आधारित संपदा 2.0 को बनाया गया है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चार जिलों में सफलतापूर्वक संचालन के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है। उन्होंने सॉफ्टवेयर को बनाने वाली टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पंजीयन विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान संपदा 2.0 पोर्टल और ऐप पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संपदा 2.0 की तकनीक का लाभ ले रहे हांगकांग के सुरेन्द्र सिंह चंद्रावत, दिल्ली के 78 वर्षीय दंपत्ति और स्पेन की कंपनी के अधिकारी से बातचीत की। सभी ने संपदा 2.0 को सरल और लाभकारी बताया। विभाग की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. यादव को भगवान कृष्ण को समर्पित स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इस अवसर पर विधायक भगवान दास सबनानी, विधायक विष्णु खत्री, अपर मुख्य सचिव संजय दुबे, प्रमुख सचिव अमित राठौर सहित संबंधित अधिकारी और आमजन उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) तोमर

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