श्रीनगर 01 नवंबर (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा, समाज कल्याण और शिक्षा मंत्री सकीना मसूद इत्तू ने एसएमएचएस अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल श्रीनगर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रोगियों के लिए चिकित्सा देखभाल सुविधाओं और आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता का जायजा लिया।
एसएमएचएस अस्पताल के अपने दौरे के दौरान मंत्री ने अस्पताल के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया और स्वास्थ्य सुविधाओं का मौके पर ही आकलन किया। उन्होंने आईसीयू, आपातकालीन वार्डों और अस्पताल की अन्य इकाइयों का निरीक्षण किया और सफाई के साथ-साथ वहां उपलब्ध अन्य सुविधाओं का प्रत्यक्ष मूल्यांकन किया।
इस अवसर पर डॉक्टरों और अन्य पैरामेडिक्स के साथ बातचीत करते हुए मंत्री ने गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा इस अस्पताल में बड़ी संख्या में रेफरल मामले आते हैं और इसलिए हमें उनसे समर्पित रूप से निपटने के लिए सुविधाएं और अन्य स्रोत उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। मंत्री ने आपातकालीन मामलों के दौरान प्रतिक्रिया समय में सुधार हेतु अस्पताल प्रशासन, डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ रणनीतियों पर भी चर्चा की।
बातचीत के दौरान सकीना इत्तू ने दोहराया कि हमारी सरकार जम्मू-कश्मीर के सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा स्वास्थ्य क्षेत्र का विकास हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और हम जम्मू-कश्मीर में विश्व स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली स्थापित करने के लिए समर्पित हैं।
निरीक्षण के दौरान सकीना इत्तू ने मरीजों और उनके परिचारकों से भी बातचीत की और उनसे अस्पताल में प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में मौके पर ही जानकारी ली।
इस बीच सकीना इत्तू ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल श्रीनगर का भी दौरा किया और अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल का दौरा किया और विभिन्न इकाइयों के साथ-साथ अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सा उपकरणों का निरीक्षण किया।
उन्होंने अस्पताल के विभिन्न विशिष्टताओं के प्रमुखों के साथ बातचीत की और उनसे अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सा देखभाल सुविधाओं की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी ली।
मंत्री ने प्रिंसीपल जीएमसी श्रीनगर, प्रशासक एसोसिएटेड हॉस्पिटल्स, एमएस एसएमएचएस हॉस्पिटल, एमएस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, दोनों अस्पतालों के विभिन्न विभागों के प्रमुखों और अन्य वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ एक संक्षिप्त बैठक की भी अध्यक्षता की।
(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी