प्रयागराज, 03 नवम्बर (Udaipur Kiran) । श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के साधु-संतों ने रविवार को जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरि गिरि के नेतृत्व में नगर प्रवेश किया। सभी साधु-संत सुसज्जित बग्घी, घोड़े और रथों पर सवार होकर निकले। यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया।
प्रयागराज में होने वाले महाकुम्भ महापर्व के लिए श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के साधु-संतों ने राजशाही अंदाज में आज नगर प्रवेश किया। अंदावा स्थित रामापुर से शुरू हुई नगर प्रवेश यात्रा में सुसज्जित रथ, घोड़े, बग्घी आदि शामिल रहे। खास बात यह रही कि, इसमें बड़ी संख्या में विदेशी संत भी शामिल रहे। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि के दिशा निर्देशन में नगर प्रवेश यात्रा रामापुर से शुरू होकर श्री मौजगिरि श्री पंच दशनाम तक पहुंची।
श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि कुम्भ महापर्व 3 नवम्बर से फरवरी तक चलेगा, जिसमें देश-विदेश से लाखों संत व करोड़ाें भक्त भाग लेंगे। संतों के नगर प्रवेश के साथ ही कुम्भ महापर्व के दौरान किसी प्रकार का कोई विघ्न न आए और किसी को कोई परेशानी न हो, इसके लिए आज श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े द्वारा शनिदेव, यमुना व धर्मराज का पूजन किया जाएगा। नगर प्रवेश यात्रा श्री मौजगिरिश्री पंच दशनाम अखाड़े तक जाएगी।
इस अवसर पर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के नगर प्रवेश यात्रा में शामिल साधु संत ढोल-नगाड़े और बाजे-गाजे के साथ रथों पर सवार होकर साधु-संत यात्रा में शामिल हुए। इनमें जगद्गुरु शंकराचार्य गुजरात पीठाधीश्वर महेंद्रानंद गिरि महाराज, श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज, जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, श्रीमहंत पृथ्वी गिरि महाराज, श्रीमहंत केदारपुरी महाराज, श्रीमहंत सिद्धेश्वर यति महाराज, श्रीमहंत प्रेम भारती महाराज, श्रीमहंत शांति गिरि महाराज, श्रीमहंत सिद्धेश्वर गिरि महाराज, श्रीमहंत मुकुंद पुरी महाराज, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि महाराज, श्रीमहंत महेश पुरी महाराज, थानापति धीरज गिरि महाराज, थानापति रवि गिरि महाराज, थानापति मनोज गिरि महाराज, थानापति मुन्ना गिरि महाराज, थानापति कुशपुरी महाराज, रमतापंच के श्रीमहंत निरजंन भारती, श्रीमहंत रामचंद्र गिरि महाराज, श्रीमहंत द्विजपुरी महाराज, श्रीमहंत मोहन गिरि महाराज, महंत कमल भारती महाराज, महंत तीरथ गिरि महराज, महंत योगदानंद गिरि महाराज, महामंडलेश्वर विद्या चेतन सरस्वती महाराज, किन्नर अखाड़ा सहित कई लोग उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र