Chhattisgarh

साय सरकार ने किया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को निलंबित

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  (आई पी एस ) विकास कुमार को निलंबित कर दिया गया

कवर्धा/रायपुर , 19 सितंबर (Udaipur Kiran) ।लोहारीडीह की घटना में शामिल आरोपित की जेल में मौत के मामले में साय सरकार ने देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (आई पी एस ) विकास कुमार को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा मृतकों के परिजनों के लिए सरकार ने 10 लाख रुपये के मुआवजे का भी ऐलान किया है।लोहाराडीह में उपसरपंच की हत्या के आरोपितों में से एक प्रशांत साहू उम्र 27 वर्ष की बुधवार को जेल में ही मौत हो गई है।आईपीएस अधिकारी विकास कुमार कबीरधाम जिले में बीते 7 माह से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर थे।

बुधवार देर शाम डिप्टी सीएम विजय शर्मा कवर्धा पहुंचे और परिवार और गांव वालों से बात करने और स्थिति का जायजा लेने के बाद कवर्धा एएसपी को निलंबित कर दिया। शर्मा ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। मृतक के परिजनों को सुरक्षा दी जाएगी।गृहमंत्री और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि परिजनों और गांव वालों ने पुलिस के बड़े अधिकारियों पर पिटाई का आरोप लगाया था। सरकार ने 10 लाख रुपये के मुआवजे का भी ऐलान किया गया है। इसके अलावा जब तक माहौल शांत नहीं हो जाता परिजनों की देखभाल भी सरकार की जिम्मेदारी होगी।

गृहमंत्री ने बताया कि बीती रात लगभग 10 बजे मृतक प्रशांत साहू का कवर्धा जिला अस्पताल में मजिस्ट्रेट सुबोध मिश्रा और परिजनों की उपस्थिति में पोस्टमॉर्टम हुआ। पोस्टमॉर्टम के बाद रातों रात शव को उसके गांव लोहारडीह भेजा गया।इसके अलावा बिसरा जांच के लिए भी भेज दिया गया है।उन्होंने बताया कि जांच में यदि कोई बात आती है तो उस पर आगे और कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने पत्रकारों को जानकारी दी कि राजनांदगांव आईजी दीपक झा और डीजी को मामले की जांच के लिए भेजा गया था। डॉक्टर ने बताया कि हाथ का एक्सरे नॉर्मल आया है। पंचनामा में लोगों ने बताया कि चोट के निशान थे।

बता दें कि रविवार को कवर्धा जिले के पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू के मकान में आग लगा दी थी, जिसमें उप सरपंच की मौत हो गई।जबकि एक आदमी लापता है। इस दौरान लोगों और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई।जिसके बाद पथराव हुआ। इस पथराव में कवर्धा एसपी अभिषेक पल्लव और दर्जनों पुलिसकर्मियों को चोटें आई थी।

घटना के बाद जिलेभर से पुलिस जवान और सैकड़ों बटालियन के जवानों को बुलाया गया था। जिसके बाद ग्रामीण गांव छोड़कर भाग गए, तब जाकर पुलिस गांव में घुसी और स्थिति को कंट्रोल किया। मामले में पुलिस ने 69 लोगों को गिरफ्तार किया है।

(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा

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