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साध्वी ऋतंभरा ने स्कूली छात्राओं के साथ बनाई मानव श्रृंखला, बेटी की सुरक्षा की मांग

साधवी ऋतंभरा बेटियाें के साथ सडक पर

-भारत की बेटी सब की बेटी है, इस घटना से पूरा देश दुखी है : ऋतंभरा

-समाज और देश को जगाने हेतु निकाली गई है मानव श्रृंखला : साध्वी

मथुरा, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी लेडी डॉक्टर के साथ बलात्कार कर उसकी निर्मम हत्या के विरोध में शनिवार दोपहर वात्सल्य ग्राम से लेकर मथुरा वृंदावन की ओर लगभग 03 किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनाकर सरकार से बेटी के हत्यारे को फांसी की मांग की गई। इस अवसर पर वात्सल्य ग्राम की संचालक साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि भारत की बेटी सब की बेटी है। किसी बेटी का अपमान हमारी अपनी बेटी का अपमान है। जिस प्रकार बंगाल में एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद उसकी निर्मम हत्या की गई यह बहुत दुखद है। इस घटना से पूरा देश दुखी है।

साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि बलात्कारियों को ऐसी सजा दी जाए जिसे देखकर रूह कांपने लगे। आज इसी आक्रोश को लेकर के वात्सल्य ग्राम की बेटियां और वात्सल्य ग्राम में रहने वाले लोग सड़कों पर उतरे हैं। उन्होंने मानव श्रृंखला बनाकर समाज और देश को जगाने का प्रयास किया है। उन्होंने समाज पर क्रोध प्रकट करते हुए कहा कि अगर तुम्हें गिद्ध ही बनना है तो मांस नोचने वाले गिद्ध मत बनो, जानकी रूपी बेटियों की रक्षा करने वाले गिद्ध बनो। इस देश के गरीब माता-पिता पेट काट कर अपनी बेटियों को पढ़ाते हैं लेकिन कुछ दरिंदे ऐसी बेटियों को अपनी हवस का शिकार बना लेते हैं। ऐसे दरिंदों को खुलेआम और तत्काल सजा मिलनी चाहिए। इस देश की नारी पर जब-जब किसी पापी ने कुदृष्टि डाली है तो उसे उसकी सजा मिली है। चाहे वह रावण हो, चाहे दुर्योधन हो। हमें अपनी बेटियों को निर्बल नहीं सबल बनाना चाहिए और उन्हें बचपन से ही युद्ध की शिक्षा देनी चाहिए। बेटियों को अबला नहीं बल्कि स्वयं श्रद्धा बनना होगा। बेटियां महिषासुर मर्दिनी का स्वरूप हैं। वह अपने अंदर महिषासुर मर्दिनी को जगाएं और दुराचारियों का संहार करें। उन्हें सबक सिखाने का साहस पैदा करें तभी बेटियां सुरक्षित रह पाएंगी।

गौरतलब हो कि शनिवार को वात्सल्य ग्राम से लेकर मथुरा वृंदावन की ओर लगभग 3 किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनाई गई और सरकार से बेटियों की सुरक्षा की मांग की। जिसमें संविद गुरुकुलम बालिका सैनिक स्कूल एवं कृष्ण ब्रह्मरत्न विद्या मंदिर, वैशिष्टयम दिव्यांग स्कूल के लगभग 2000 छात्र-छात्राओं एवं साध्वी बहिनें, गोकुलम की माताएं तथा वात्सल्य के कर्मियों की सहभागिता रही। छात्राओं ने हाथों में तखतियां लेकर हत्यारों को फांसी दो, बलात्कारियों को फांसी दो, हम भारत की नारी हैं, अबला नहीं चिंगारी हैं, आशा नहीं इंसाफ चाहिए का नारा लगाते हुए आक्रोश के साथ मार्च भी किया।

(Udaipur Kiran) / महेश कुमार / आकाश कुमार राय

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