वाराणसी,04 अगस्त (Udaipur Kiran) । ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती द्वारा गठित भारत की पहली गो संसद में वाराणसी की गो सांसद साध्वी पूर्णाम्बा बनी हैं । स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती ने अपनी पूर्णाभिषिक्त शिष्या साध्वी पूर्णाम्बा को गो सांसद मनोनीत किया है। रविवार को ये जानकारी केदारघाट स्थित श्री विद्यामठ के संजय पांडेय ने दी।
उन्होंने बताया कि गो संसद की शुरुआत दो अगस्त से दिल्ली के तेरापंथ भवन में हुई है। साध्वी पूर्णाम्बा ने वाराणसी से गौ सांसद् मनोनीत होने के बाद गौरक्षा की शपथ भी ली। उन्होंने गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने व गोकशी बंद कराने के लिए अपना श्रेष्ठ योगदान प्रदान करने का संकल्प भी लिया। पांडेय के अनुसार साध्वी पूर्णाम्बा धर्मस्थापना अपने जीवन का लक्ष्य बना चुकी हैं।। गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित कराने के लिए चलाए गए राष्ट्रव्यापी आंदोलन में साध्वी पूर्णाम्बा ने कठिन तपस्या की थीं। इस दौरान अन्न,जल त्यागने के कारण उनके प्राण पर संकट उत्पन्न होने पर प्रशासन ने बलपूर्वक उनके प्राणों के रक्षा के लिए उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराया था।
संजय पांडेय ने बताया कि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का 22वां चातुर्मास व्रत अनुष्ठान दिल्ली में 22 जुलाई से 18 सितंबर तक सम्पन्न होगा। इस दौरान आध्यात्मिक मूल्यों की स्थापना के लिए विविध धर्मानुष्ठान आयोजित हो रहे हैं। इसी क्रम में 2 अगस्त से 6 अगस्त तक गौरक्षार्थ गो संसद का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें राष्ट्र के समस्त जिलों से एक प्रमुख गौभक्त को गो सांसद बनाया जा रहा है,जो गौमाता के रक्षा के लिए समर्पित होकर कार्य करेंगे।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी / Siyaram Pandey