Madhya Pradesh

नागदा: सुरक्षा की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे साधु-संत

पदशन
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नागदा, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) । उज्जैन जिले के नागदा में शुक्रवार को साधु-संत सुरक्षा की मांग को लेकर हाथों में तख्तियां लेकर लगभग एक किलोमीटर तक पैदल मार्च के बाद नारेबाजी के साथ एसडीएम एसएन सोनी को ज्ञापन दिया। जिसमें इन दिनों साधु- संतो पर हो रहे हमलों की माग को लेकर केद्र एवं राज्य सरकार से सुरक्षा की मांग की गई। साधु- संतो की सुरक्षा के लिए प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

गौरतलब है कि गत दिनों यहां एक संत के साथ मारपीट हुई थी। संत की शिकायत पर पुलिस थाने में आरोपित लक्ष्मणसिंह शेखावत एवं एक साथी पर प्रकरण दर्ज हुआ था। इस प्रदर्शन में साधु- संतो के अलावा भाजपा के पूर्व विधायक दिलीपंसिंह शेखावत, पूर्व नपा अध्यक्ष अशोक मालवीय समेत अन्य भाजपा नेताओं एवं पार्षदों ने भी भाग लिया। प्रदर्शन के दौरान प्रशासन को चेतावनी दी गई कि ज्ञापन में की गई मांगों का निराकरण शीघ्र नहीं किया गया तो सीएम कार्यालय का घेराव किया जाएगा।

ज्ञापन में प्रमुख मांग, प्रधानमत्री, मुख्यमंत्री एवं कलेक्टर के नाम दिए गए ज्ञापन में बताया गया गत दिनों नागदा में एक संत गोपालदास पिता भंवरदास निवासी मुंगावली के साथ लक्ष्मणसिंह शेखावत एवं उसके एक साथी विक्की शुक्ला ने जंगल में मारपीट की । संत की लंगोट एवं कपड़े फाड़ दिए। इस घटना पर संत गोपालदास ने बिड़लाग्राम पुलिस थाने में की गई शिकायत पर प्रकरण दर्ज हुआ।

ज्ञापन में यह मांग प्रमुखता से उठाई गइ कि इस घटना के बाद आरोपित लक्ष्मणसिंह शेखावत के अभिभाषक ने एक प्रेसवार्ता लेकर नायन डेम के पास नागदा में महामंडलेश्वर 1008 नारायणदास महात्यागी के आश्रम की भूमि को शेखावत परिवार का होना बताया जा रहा है। साथ ही गुरूजी के बारे में अर्नगल टिप्पणी की गई जिससे संत समाज में आक्रोश है।

इस ज्ञापन में लक्ष्मणसिंह के परिजन सुल्तानसिंह शेखावत, श्रवणसिंह, भंवरसिंह, जगदीश के द्धारा साधु संत समाज को अपमानित करने तथा ग्राम नायन स्थित आश्रम की भूमि हडपने का आरोप लगाया। ऐसी स्थिति में यह मसला उठाया गया कि गा्रम नायन स्थित भूमि के पूराने राजस्व रिकॉर्ड अनुसार जांच की जाए। इसके अलावा शासकीय गोचर भूमि पर बने आवासीय निर्माण को अतिशीघ्र मुक्त कराया जाए। शेखावत परिवार की अन्य भूमियों की जांच कराकर अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए। प्रदर्शन में त्यागी महाराज समेत कई संतों ने भाग लिया।

(Udaipur Kiran) / कैलाश स्नोलिया

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