जींद, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । लघु सचिवालय के सामने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने सरकार द्वारा मांगे न माने जाने के रोष स्वरूप शनिवार को सीएम का पुतला फूंका और रोष जताया। प्रदर्शन का नेतृत्व ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन जींद ब्लॉक प्रधान गुलाब बिरौली ने किया। प्रदर्शन से पहले ग्रामीण सफाई कर्मियों ने धरना दिया। जिला सचिव पवन कुमार ने बताया कि ग्रामीण सफाई कर्मचारी लंबे समय से अपनी जायज मांगों को लेकर ब्लॉक स्तर से लेकर राज्य स्तरीय प्रदर्शन किए लेकिन हरियाणा की भाजपा सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पक्का नहीं करना चाहती।
पहले पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली और अब महिपाल ढांडा ने स्पष्ट बोल दिया है कि वे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पक्का नहीं कर सकते हैं। दूसरी ओर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को कौशल में धकेलने की कोशिश है। जिसको ग्रामीण सफाई कर्मचारी किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। जब तक उन्हें पक्का कर्मचारी नही बनाया जाता तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।
पवन कुमार ने बताया कि पंचकूला में दो दिवसीय महापड़ाव डाला गया था। इस महापड़ाव के कारण 29 नवंबर को पंचायत विभाग के आला अधिकारियों व यूनियन के बीच कई मांगों पर सहमति बनी थी। जिसमें मुख्य मांग ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पक्के कर्मचारी का दर्जा दिलवाने थी। इसके इलावा ग्रामीण कर्मचारियों के मानदेय में वार्षिक बढ़ोत्तरी करने, सफाई कर्मचारियों की नई भर्तियां करने, मानदेय 14 हजार से 17 हजार करने, साप्ताहिक अवकाश के अलावा 10 अतिरिक्त अवकाश घोषित करने आदि मांगों पर सहमति बनी थी। सहमति के सात महीनों बाद भी आज तक इनका कोई नोटिफिकेशन जारी नही हुआ है। इसके विपरीत हरियाणा सरकार मोबाइल एप के माध्यम से हाजरी ग्रामीण सफाई कर्मियों, चौकीदारों और ट्यूबवेल ऑपरेटरों की हाजिरी लगाने का फरमान जारी कर दिया। इस कारण ग्रामीण सफाई कर्मचारियों में हरियाणा सरकार के खिलाफ भारी रोष है। यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा अपनाई जा रही ऑनलाइन प्रणाली को रद्द की जाए।
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा / SANJEEV SHARMA