पकड़े गए पांच आरोपियों में से तीन रिमांड पर, दो को हिरासत में भेजा
हिसार, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । पुलिस ने शहर के एक चिकित्सक से 1.34 करोड़ कर ठगी मामले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों से 7.5 लाख रुपये बरामद किए हैं। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों में से तीन को आगामी पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया हैे जबकि दो को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसी बीच पुलिस ने नागरिकों को सावधान करते हुए कहा है कि किसी भी ब्लैकमेलर को इस तरह से पैसे न दें क्योंकि एक बार पैसे देने से उसकी ब्लैकमेलिंग बंद नहीं होती।
पुलिस के अनुसार शहर के चिकित्सक से 1.34 करोड़ की ठगी मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के बाद इन आरोपियों से अब तक 7.5 लाख की रिकवरी की गई है। पकड़े गए पांचों आरोपियों में राजस्थाल के भरतपुर जिले के पालड़ी निवासी मूरसलीम, हैदर, आदिल, शाहिद और जयगुना शामिल हैं। जांच अधिकारी एएसआई राजाराम ने बताया कि थाना साइबर हिसार में एनसीसीआरपी पोर्टल से हिसार निवासी एक बुजुर्ग व्यक्ति से 1 करोड़ 34 लाख 75 हजार रुपए की ठगी के बारे में शिकायत आई।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे कुछ लोगो ने व्हाट्सएप पर एक नग्न वीडियो कॉल कर फंसाया। फिर उसे फर्जी सीबीआई व यू-ट्यूब अधिकारी बनकर डराया गया और मामले को खत्म करने, अरेस्ट करने और युवती द्वारा सुसाइड करने पर फांसी की सजा होने का भय दिखाकर 1 करोड़ 34 लाख 75 हजार रुपए ठग लिए। पुलिस ने दी गई शिकायत पर थाना साइबर में केस दर्ज करके छानबीन करते हुए उपरोक्त पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से अब तक 7.5 लाख रुपए की रिकवरी की है। आरोपी आदिल और जयगुना को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जबकि मूरसलीम, हैदर और शाहिद को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। मामले की जांच जारी है।
पुलिस अधीक्षक दीपक सहारन ने नागरिकों को जागरूक करते हुए कहा है कि धोखेबाजी करने की अपनी नवीनतम तकनीक में साइबर अपराधी नई तरकीबें लेकर आए हैं, जैसे ‘न्यूड वीडियो कॉल’ इसके द्वारा वे व्हाट्सएप और अन्य वीडियो कॉल-सक्षम प्लेटफॉर्म जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों को टारगेट करते हैं। ये जालसाज रैंडम नंबरों पर वीडियो कॉल करते हैं जिसमें एक नग्न महिला टारगेट किए व्यक्ति के साथ चैट करती है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लोगों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करते समय सतर्क रहने की जरूरत है और ऑनलाइन अपराधियों के जाल में फंसने से बचने के लिए गोपनीयता सुविधाओं का उपयोग करने की जरूरत है। इस तरह की ब्लैकमेलिंग से डरकर पैसे देने की गलती कभी ना करें क्योंकि एक बार पैसे देने से वे लोग पीछा नहीं छोड़ेंगे। ये ब्लैकमेलर आपसे बार-बार पैसे मांगते है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर