अजमेर, 4 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान में सरकारी नौकरी पाने की हाेड़ में कई परीक्षार्थी फर्जीवाड़े का तरीका अपनाते हैं। डमी बैठाकर परीक्षा पास करते हैं। ऐसे में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने बड़ा फैसला लेते हुए एग्जाम प्रोसेस में बदलाव किए हैं जो जल्द लागू होने जा रहे हैं।
आरपीएससी की परीक्षा में डमी अभ्यर्थी से छुटकारा पाने के लिए अब बायोमेट्रिक सिस्टम शुरू किया जा रहा है। आयोग इसे अभ्यार्थियों के इंटरव्यू वेरिफिकेशन के दौरान ट्रायल बेसिस पर लागू करने जा रहा है। राजस्थान लोक सेवा आयोग की इस खास योजना को केंद्रीय मंत्रालय द्वारा भी मंजूरी प्रदान हो चुकी है।
आरपीएससी परीक्षा में बायोमेट्रिक सिस्टम मददगार साबित होगा। फिंगर और चेहरे से असली और नकली परीक्षार्थी की पहचान की जाएगी। इसकी मदद से डमी अभ्यर्थियों पर लगाम लगाया जा सकेगा। राजस्थान लोक सेवा आयोग सचिव रामनिवास मेहता के मुताबिक जब अभ्यर्थी किसी परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन करेगा तो वन टाइम रजिस्ट्रेशन के तहत एसएसओ पोर्टल पर आधार कार्ड, जन्मतिथि समेत अन्य जानकारी देगी होगी यानी अभ्यार्थियों का आधार नंबर वन टाइम रजिस्ट्रेशन के दौरान लिया जाएगा। इसका ये फायदा होगा कि आवेदन के दौरान भरी गई जानकारी भविष्य के लिए सुरक्षित रहेगी। जब विद्यार्थी परीक्षा केंद्र पर आएगा तो बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठे का निशान स्कैन करवाना होगा। साथ ही चेहरे और आंखों की पुतलियों के भी बायोमेट्रिक लिए जाएंगे। अगर ये सभी आवेदन के समय दी गई जानकारी से मिलान नहीं करेंगे तो मौजूदा स्टाफ के जरिए अभ्यार्थी को डमी कैंडिडेट समझकर दबोच लिया जाएगा।
राजस्थान लोक सेवा आयेग द्वारा परीक्षा में अब तक अन्य बदलाव भी हुए हैं। जैसे लाइव फोटो कैप्चर, फर्जी प्रवेश पत्रों की रोकथाम और ओएमआर शीट में विशेष विकल्प। उम्मीद की जा रही है कि इससे परीक्षा में डमी अभ्यार्थियों से छुटकारा मिलेगा और एग्जाम अधिक पारदर्शी हो पाएगी।
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(Udaipur Kiran) / रोहित