रोहतक, 27 सितंबर (Udaipur Kiran) । महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के सेंटर फाॅर डिसएबिलिटी स्टडीज (सीडीएस) तथा चै. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट फाॅर सोशल एंड इकोनमिक चेंज के संयुक्त तत्वावधान में संचालित- इनक्लूसिविटी एट एमडीयू कैंपस सेलिब्रेट कार्यक्रम के तहत- साइन लैंग्वेज विषय पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला आज संपन्न हो गई।
डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. एएस मान ने बतौर मुख्यातिथि इस कार्यशाला के समापन सत्र में शिरकत की और प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट बांटे। प्रो. एएस मान ने इस अवसर पर अपने प्रभावी संबोधन में कहा कि सांकेतिक भाषा सिखाने का महत्व केवल मूक-बधिर समुदाय तक सीमित नहीं है। शिक्षा में, यह समावेशी शिक्षण वातावरण को सक्षम बनाता है और मूक-बधिर विद्यार्थियों को कक्षा की गतिविधियों में पूरी तरह से भाग लेने के लिए सशक्त करता है।
उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि सामान्य लोगों तथा मूक-बधिर समुदाय के बीच संचार-अंतर को पाटने के लिए हम सब सांकेतिक भाषा सीखें। प्रो. मान ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए सीडीएस निदेशिका डा. प्रतिमा और उनकी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। सीडीएस इंचार्ज डा. प्रतिमा देवी ने समापन सत्र के प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। चीफ कंसल्टेंट सीडीएस प्रो. राधेश्याम ने इस कार्यशाला के आयोजन उद्देश्य बारे प्रकाश डाला। आयोजन सचिव डा. योगेन्द्र सिंह ने संचालन एवं समन्वयन सहयोग दिया।
इस अवसर पर आईएचटीएम निदेशक प्रो. आशीष दहिया, यूआईईटी के टीपीओ अरूण हुड्डा समेत एमडीयू के प्राध्यापक, कर्मी तथा प्रतिभागी विद्यार्थी उपस्थित रहे। सीडीएस इंचार्ज डा. प्रतिमा देवी ने बताया कि इस कार्यशाला के तीसरे दिन तीन तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिनमें आईएलए टीचर मोहम्मद अली व रागिनी तथा इंटरप्रेटर रणदीप सिंह, नीतू व अन्नु ने कलर्स, फेस्टिवल्स, हेल्थ प्रब्लम्स, क्यूशचन वर्डस, स्टेट, टाउन, सिटीज आॅफ इंडिया के नाम बारे व्यावहारिक जानकारी दी।
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(Udaipur Kiran) / अनिल