तीन दिन पहले पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने एसपी आवास के सामने धरने पर एसपी हिमांशु गर्ग को देख लेने की दी थी धमकी
वीडियो वायरल होने पर कांग्रेस ने आर्य नगर थाने में मामला दर्ज करने की दी शिकायत
रोहतक, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । पोस्टर चिपकाने को लेकर हुए भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विवाद इतना बढ़ गया है कि हरियाणा चुनाव आयोग ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांग ली है। पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के रोहतक एसपी को धमकी देने के वायरल वीडियो के बाद चुनाव आयोग हरकत में आया और जिला प्रशासन से इस मामले को लेकर जवाब मांगा है। इसके अलावा नगर थाने में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर व भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की शिकायत भी दी गई है। पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने एसपी आवास के सामने धरने पर बैठकर एसपी हिमांशु गर्ग को चुनाव के बाद देख लेने की धमकी दी थी।
बताया जा रहा है कि दो दिन पहले एसपी आवास पर भाजपा कार्यकर्ताओं के धरने के दौरान भाजपा के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के रोहतक एसपी को चुनाव के बाद देख लेने की धमकी देने का वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर की मुश्किलें बढ़ गई और हरियाणा चुनाव आयोग ने रोहतक जिला प्रशासन से 30 अगस्त तक जवाब मांग लिया है। यही नहीं पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के खिलाफ आर्य नगर थाने में भी शिकायत दी गई है। दरसल 24 अगस्त को भाजपा की महिला कार्यकर्ता रोहतक के रेलवे रोड पर पोस्टर चिपका रही थी जिसमें मौजूदा कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा से पांच साल का हिसाब मांगा जा रहा था। तभी कांग्रेस व भाजपा कार्यकर्ताओं में विवाद हो गया विवाद इतना बढ़ गया कि भाजपा कार्यकर्ता व पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर एसपी आवास के सामने धरने पर बैठ गए। इस दौरान पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा था कि पुलिस कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही तो चुनाव के बाद रोहतक के एसपी हिमांशु गर्ग को देख लेंगे। यही वीडियो वायरल होने के बाद चुनाव आयोग ने मामले में संज्ञान लिया है।
पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर का वायरल वीडियो
एडवोकेट करण नारंग ने बताया कि पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के खिलाफ आर्य नगर थाने में शिकायत दी गई है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को भी शिकायत दी गई थी चुनाव आयोग ने जिला प्रशासन से 30 अगस्त तक जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री सत्ता के नशे में थे और उन्होंने एसपी को देख लेने की धमकी दी जिससे पूरे पुलिस प्रशासन में रोष है।
(Udaipur Kiran) / अनिल