रोहतक, 7 नवंबर (Udaipur Kiran) । महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के विवेकानंद पुस्तकालय में आयोजित तीन दिवसीय पुस्तक मेला गुरुवार काे भी जारी रहा। इस अवसर पर भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डा. शरणजीत कौर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरक्त की। उन्होंने द्वीप प्रज्जवलित कर मेले का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि किताबों में जीवन का सार होता है, जिसमें लेखक अपने जीवन के अनुभव को साझा करते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में अच्छा इंसान बनने के लिए संवेदनशील होना होगा और किताबें इंसान को संवेदनशील बनाती हैं।
उन्होंने युवाओं से किताबों से जुडऩे का आह्वान किया। इस अवसर पर प्रतिष्ठित शिक्षाविद डा. सीता राम व्यास ने कहा कि हर व्यक्ति के मन में कविता छिपी होती है जो किताब में काव्य और लेखन के रूप में हमारे सामने आती है। उन्होंने कहा कि साहित्य समाज को दिशा देता है, इसलिए समाज के उत्थान में पुस्तकें अहम भूमिका निभाती हैं।
इस तीन दिवसीय पुस्तक मेला में आज डा. रमा कांता की पुस्तक विप्लव गान, डा. चंद्र दत्त की पुस्तक डा. मधुकांत के काव्य का समीक्षात्मक अध्ययन तथा नेहा धनखड़ की पुस्तक बंजर मन का लोकार्पण मुख्यअतिथि ने किया। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी लाइब्रेरियन डा. सतीश मलिक, डा. सीमा, डा. मधुकांत, धर्मपाल मलिक, डा. जनार्दन शर्मा, डा. डीएस हुड्डा, डा. प्रतिमा देवी, डा. योगेंद्र सिंह, पंकज नैन, डा. सुंदर सिंह तंवर, डा. बलविंदर सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / अनिल