देहरादून, 04 सितंबर (Udaipur Kiran) । आपदा प्रभावित राज्य उत्तराखंड में मौसम के कहर से आएदिन जान-माल की हानि हो रही है। बुधवार को चट्टान गिरने से एक जेसीबी चालक की मौत हो गई जबकि खाई में कार गिरने से तीन लोग घायल हो गए। वहीं तीन राजमार्ग समेत कई मार्ग अवरुद्ध हैं। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को अधिक दूरी का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के ड्यूटी आफिसर व अनुसचिव गौरीशंकर जोशी की ओर से बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार बद्रीनाथ हाईवे पर नरकोटा के पास एक कार खाई में जा गिरी। इससे चालक समेत तीन लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस एवं डीडीआरएफ के जवानों ने घायलों को रेस्क्यू कर सड़क पर लाए और उपचार के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचाया जहां उनकी हालात सामान्य बताई जा रही है। कार बुधवार को चमोली से देहरादून जा रही थी। बद्रीनाथ हाईवे पर नरकोटा के पास अचानक अनियंत्रित होेकर सौ मीटर नीचे खाई में जा गिरी।
वहीं चमोली जनपद के गैरसैंण तहसील अंतर्गत परमघाट गांव के समीप निर्माणाधीन सड़क मार्ग पर ऊपर से चट्टान टूटकर गिर पड़ा। इससे निर्माण कार्य में लगे जेसीबी मशीन के चालक की मलबे में दबकर मौत हो गई। मृतक की पहचान विकास कुमार (21) पुत्र लाखन सिंह निवासी बादशाहपुर छिपरी शेरकोट जनपद बिजनौर उत्तर प्रदेश के रूप में हुई।
रुद्रप्रयाग-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-107 कुंड तक यातायात के लिए सुचारू है, लेकिन कुंड पुल के एबेटमेंट में कटाव होने से भारी वाहनों का आवागमन अवरुद्ध है। वैकल्पिक मार्ग कुंड-चुन्नी बैंड से कालीमठ गेट-गुप्तकाशी पर भारी वाहनों का आवागमन कर रहे हैं। वहीं चमोली, देहरादून, पिथौरागढ़, उधमसिंहनगर व अल्मोड़ा जनपद में एक-एक राजमार्ग अवरुद्ध हैं। इसके अलावा प्रदेश भर में जिला व मुख्य मार्ग समेत कई ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध हैं। अवरुद्ध मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
लोक निर्माण विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को प्रदेश भर में कुल 83 मार्ग अवरूद्ध हुए हैं। 55 मार्ग मंगलवार के अवरूद्ध थे। कुल 138 अवरूद्ध मार्गों में से 77 मार्गों को बुधवार को खोला गया है। शेष 61 मार्ग अवरुद्ध है। इसमें चार राजमार्ग, पांच मुख्य जिला मार्ग, तीन अन्य जिला मार्ग एवं 49 ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध है। अवरु द्ध मार्गों को खोलने के लिए कुल 56 मशीनें युद्ध स्तर पर कार्य कर रही हैं।
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(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण