Madhya Pradesh

सडकें केवल अधोसंरचना ही नहीं, विकास की जीवन रेखा होती हैः राकेश सिंह

लोक निर्माण मंत्री ने किया सतना-मैहर बायपास उन्नयन का भूमिपूजन

– लोक निर्माण मंत्री ने किया सतना-मैहर बायपास उन्नयन का भूमिपूजन, उच्च स्तरीय पुलों का शिलान्यास और लोकार्पण

सतना, 22 फरवरी (Udaipur Kiran) । लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि सडकें केवल क्षेत्र की अधोसंरचना ही नहीं बल्कि विकास की जीवन रेखा होती है। पूरे प्रदेश में अच्छी सडकों का जाल बिछाया जा रहा है। विकास के कार्य गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूरे हो यह राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

लोक निर्माण मंत्री सिंह शनिवार को सतना जिले में सतना-मैहर बायपास के फोरलेन में उन्नयन तथा तीन उच्च स्तरीय पुलों के निर्माण में भूमिपूजन तथा लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद गणेश सिंह ने की। इस मौके पर विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार, जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल, स्पीकर नगर निगम राजेश चतुर्वेदी, जिलाध्यक्ष भगवती प्रसाद पाण्डेय, पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी, ऊषा चौधरी, पूर्व स्पीकर अनिल जायसवाल, पूर्व महापौर विमला पाण्डे, ममता पाण्डेय सहित सतीश पाण्डेय, नरेन्द्र त्रिपाठी, बालेन्द्र गौतम, कमलाकर चतुर्वेदी, नीता सोनी, जिला पंचायत सदस्य ज्ञानेन्द्र सिंह, मुख्य अभियंता संजय खाडे, एससी वर्मा, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण बीआर सिंह भी उपस्थित थे।

मंत्री राकेश सिंह ने सतना-मैहर बायपास के मैहर-नागौद लिंक रोड तक 8.50 किमी लम्बाई में 59 करोड 48 लाख रुपये से बनने वाले फोरलेन मार्ग उन्नयन की आधारशिला रखी। उन्होंने इस अवसर पर लोक निर्माण सेतु विभाग द्वारा सेमरावल नदी पर बरदाडीह से मैनपुरा मार्ग में 7 करोड 88 लाख रुपये लागत से बनने वाले 100 मीटर लम्बाई के उच्च स्तरीय पुल और खोहर से लौलाछ मार्ग पर 9 करोड 90 लाख रुपये की लागत से बनने वाले 125 मीटर लम्बाई के उच्च स्तरीय पुल के निर्माण का भूमिपूजन भी किया। उन्होंने खम्हरिया से टिकुरी-अकौना मार्ग में 5 करोड 12 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित उच्च स्तरीय पुल का भी लोकार्पण किया।

इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री सिंह ने कहा कि लोक निर्माण से लोक कल्याण की टैगलाइन पर जितनी भी संरचनायें बनती है सभी लोक कल्याण के लिए है। अच्छी सडकों से उद्योग, धंधे, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि सभी क्षेत्रों में विकास की रफ्तार बढती है। मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश के बढने के अनुकूल अवसर है।

उन्होंने कहा कि लोक निर्माण के कार्य लोक कल्याण के लिए है। इसका अहसास कार्यकारी एजेंसी और संविदाकारों को होना चाहिए। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता बढाने और लोक कल्याण के कार्यों में जनता की भागीदारी जोडने विभाग द्वारा लोक पथ ऐप भी लांच किया गया है। इस ऐप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति सडकों की गुणवत्ता के संबंध में फोटो के साथ शिकायत कर सकता है। जीआईएस बेस्ड इस ऐप में प्राप्त शिकायत के आधार पर सात दिवस के भीतर कार्यवाही पूरी कर लेने की बाध्यता है।

उन्होंने कहा कि सडकों की गुणवत्ता अथवा विकास के कार्यों में कोई समझौता नहीं किया जायेगा। विभाग द्वारा मुख्य अभियंता, अधीक्षण यंत्री स्तर के अधिकारियों को प्रत्येक माह की 2 तारीख और 20 तारीख को एक दिन पहले स्पाट तय कर प्रदेश के विभिन्न जिलों में सडकों की गुणवत्ता का परीक्षण कराया जा रहा है और उनके द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर गुणवत्ता में गडबडी पाये जाने पर विभाग के इंजीनियर और संविदाकारों को दण्डित भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सडकों के निर्माण की जिम्मेदारी भी तय करेंगे। सडकों में उपयोग होने वाला डामर केवल सरकारी रिफायनरी से खरीदा जायेगा और टैंकर को अनलोड होने तक डिजिटल कोड लाक किया जायेगा। उन्होंने कहा कि विभाग में अच्छा काम करने वाले इंजीनियर और ठेकेदारों को प्रोत्साहित भी किया जायेगा।

सांसद गणेश सिंह ने कहा कि लगभग 60 करोड रूपये की लागत से होने वाले सतना-मैहर बायपास के उन्नयन कार्य से सतना शहर की बडी जरूरत पूरी होगी। उन्होंने कहा कि कभी बीमारू राज्य की पहचान रखने वाला मध्यप्रदेष अब तेजी गति से विकास करने वाला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश चारों दिशाओं में हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। मैहर से सतना राजमार्ग बन चुका है। इसे चित्रकूट तक ले जाकर बुंदेलखण्ड एक्सप्रेसवे से जोडा जायेगा। मैहर से परसमनिया-नागौद सडक का भी कार्य प्रारंभ हो चुका है।

उन्होंने मैहर बायपास के फोरलेन में उन्नयन और रामपुर बघेलान विधानसभा में तीन उच्च स्तरीय पुलों के निर्माण के लिए राज्य शासन का आभार व्यक्त किया। सांसद ने कहा कि सतना-मैहर बायपास वर्तमान में शहर के बीचो-बीच आ गया है। सतना से मैहर के लिए आउटर हिस्से में माधवगढ से सिजहटा-बेलहटा होकर मैहर की तरफ एक और बायपास की जरूरत है। लोक निर्माण मंत्री ने वैकल्पिक बायपास की फिजिबिलिटी परीक्षण कर प्रस्ताव बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।

कार्यक्रम में मुख्य अभियंता लोक निर्माण संजय खांडे ने बताया कि सतना जिले में विभाग की ओर से 965 करोड के कार्य चल रहे हैं। जिनमें 125 करोड की लागत के 6 उच्च स्तरीय पुलों का निर्माण शामिल है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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