गोपेश्वर, 30 सितम्बर (Udaipur Kiran) । चमोली जिले के देवाल विकास खंड में बोरागाड-चौड से कोटेडा गांव के लिए सड़क निर्माण कार्य विवाद में फंस गया है। ग्रामीणों के बीच सड़क के मार्ग को लेकर विवाद चल रहा है, जिसके कारण पुलिस की निगरानी में पेड़ों का छपान नहीं हो पाया।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को अपर जिलाधिकारी चमोली विवेक प्रकाश के आदेश पर स्वीकृत सड़क निर्माण के लिए आ रहे पेड़ाें का छपान पुलिस की देख देख में होना था। लेकिन गांव वालो के विवाद को देखते हुए पेड़ाें का छपान नहीं हो पाया।
कोटेडा गांव को सड़क से जोड़ने के लिए बोरागाड-चौड मोटर मार्ग से वर्ष 2017 में तीन किलोमीटर सड़क की स्वीकृति के साथ दो करोड़ 96 लाख की स्वीकृति मिली थी। इसके बाद इस निर्माण के लिए निविदा जारी कर दी गई थी, जिस पर कार्य आरंभ होना था। सड़क निर्माण का कार्य तब खटाई में पड़ गया जब गांव के आधे ग्रामीण पिछले पांच साल से इस सड़क का समरेखण सोवन राम बैंड से कोटेडा से कोटीपार तक सड़क बनाने मांग को लेकर आंदोलित है।
गांव के अधिकांश ग्रामीण स्वीकृत सड़क को आगे बढाने पर अड़े हैं। विवाद के चलते मोटर मार्ग का निमार्ण शुरू नहीं हो पा रहा है। चार जुलाई को गांव के कुछ लोगों ने सड़क के समरेखण बदलने के विरोध में विभाग की ओर से गाड़े गए वैक कटींग के पिलरों को गिरा दिया गया, जिस पर पीएजीएसवाई के अधिशासी अभियंता ने गांव के कुछ लोगों के खिलाफ थराली थाने में मुकदमा दर्ज किया है।
थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा ने बताया कि कुछ समय के लिए पेड़ाें का छपान रोका गया है। सोवन राम बैंड से कोटेडा गांव के लिए नई सड़क बनाने के लिए लोनिवि को पत्र लिखकर सर्वे करने के आदेश दे दिए हैं। ग्रामीणों पर लगाए गए मुकदमों वापस लेने की कार्रवाई जाएगी।
(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल