कोलकाता, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में हुए वित्तीय अनियमितताओं के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने संदीप घोष समेत अन्य आरोपितों से जेल में पूछताछ करने की अनुमति मांगी थी, जिसे सोमवार को अलीपुर की सीबीआई विशेष अदालत ने मंजूर कर लिया। ईडी ने इस मामले में संदीप घोष के साथ-साथ गिरफ्तार किए गए बिप्लव सिंह और अफसर अली से भी पूछताछ की अनुमति मांगी थी। अफसर, संदीप घोष के सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत थे। तीनों वर्तमान में जेल में बंद हैं, जिस कारण ईडी ने जेल में जाकर उनसे पूछताछ करने की अर्जी दी थी।
आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं का मामला, कॉलेज की एक महिला डॉक्टर की मौत के तुरंत बाद सामने आया। आरोप है कि पिछले तीन सालों से अधिक समय से अस्पताल में वित्तीय भ्रष्टाचार हो रहा था। इसके बाद राज्य सरकार ने 16 अगस्त को एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया था। लेकिन एक दिन बाद ही उच्च न्यायालय के आदेश पर यह मामला राज्य पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंप दिया गया। इस मामले में कई अनियमितताओं का खुलासा हुआ है, जिनमें शवगृह से शव गायब होने और अस्पताल के जैविक कचरे से संबंधित भ्रष्टाचार के आरोप शामिल हैं। इन भ्रष्टाचारों की ओर अस्पताल के पूर्व अतिरिक्त अधीक्षक अख्तर अलि ने पुलिस का ध्यान आकर्षित किया था।
सीबीआई ने इस मामले की जांच के दौरान संदीप घोष और अन्य को गिरफ्तार किया था। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी अपनी स्वतंत्र जांच शुरू की और कई स्थानों पर छापे मारे। संदीप की पत्नी संगीत घोष को भी कई बार पूछताछ के लिए तलब किया गया और उनके बेलघाटा स्थित घर पर भी तलाशी अभियान चलाया गया।
ईडी ने जांच के दौरान संदीप घोष के घर और अन्य स्थानों से महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए थे। जांचकर्ताओं का मानना है कि इन दस्तावेजों के आधार पर ही वे संदीप से पूछताछ करना चाहते हैं। ईडी का दावा है कि जब्त किए गए दस्तावेजों में संदीप और उनकी पत्नी सगीता के संपत्ति से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रमाण मिले हैं, जिनकी विस्तृत जांच की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर