
रेवाड़ी, 28 मई (Udaipur Kiran) । केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय के निदेशक एवं जिला रेवाड़ी में जल शक्ति अभियान के केंद्रीय नोडल अधिकारी कपिल मीणा ने कहा कि जल संरक्षण केवल सरकारी प्रयास नहीं बल्कि जन सहभागिता का अभियान है, इसके लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए पौधरोपण भी जल संरक्षण का अभिन्न हिस्सा है।
कपिल मीणा बुधवार को लघु सचिवालय सभागार में जिला रेवाड़ी में जल संरक्षण व प्रबंधन को लेकर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। बैठक में उपायुक्त अभिषेक मीणा ने जिला में जल संरक्षण व प्रबंधन को लेकर किए जा रहे कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट भी प्रस्तुत की।
कपिल मीणा ने कहा कि जल संरक्षण को लेकर वर्षा जल संचयन, जल स्रोतों की मरम्मत, जल संरक्षण संरचनाओं के निर्माण, पौधरोपण व जन जागरूकता जैसे कार्यों को प्राथमिकता से लागू किया जाए। उपायुक्त अभिषेक मीणा ने बताया कि जिले के कुछ चयनित क्षेत्रों में वर्षा संचयन प्रणाली स्थापित की जा रही हैं और जहां कार्य करवाया जाना है वहां कार्यों के लिए निविदाएं जारी की जा रही हैं। साथ ही स्कूलों, उद्योगों, पंचायत घरों और सरकारी भवनों में जल प्रबंधन के तहत योजना अनुसार कार्य किया जा रहा है। बैठक में जिले में जल शक्ति अभियान के तहत अटल भूजल योजना, अमृत सरोवर योजना आदि से संबंधित चल रहे कार्यों की प्रगति का मूल्यांकन करते हुए संबंधित विभागों को बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जल संरक्षण से जुड़ी हर गतिविधि की साप्ताहिक रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जाए और फील्ड स्तर पर नियमित निरीक्षण भी किया जाए। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर कार्यों की गुणवत्ता और प्रभाव सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने पंचायत विभाग को प्राचीन जल संरक्षण स्रोत जैसे बावड़ी आदि को पूर्वरूप देने का कार्य किया जाए। उन्होंने कृषि विभाग के साथ बाढ़, नहर और सिंचाई जल उपलब्धता जैसे बिंदुओं पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला
