जम्मू, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिला विकास आयुक्त राजौरी अभिषेक शर्मा ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर विकास कार्यों और सीमा सड़क संगठन द्वारा निष्पादित नौशेरा सुरंग परियोजना के चल रहे निर्माण का स्थलीय निरीक्षण किया। इस यात्रा का उद्देश्य इन महत्वपूर्ण ढांचागत परियोजनाओं पर काम की गति और गुणवत्ता का आकलन करना और समय पर निष्पादन सुनिश्चित करने के लिए किसी भी बाधा को दूर करना था।
दौरे के दौरान डीडीसी के साथ अतिरिक्त उपायुक्त नौशेरा, बाबू राम टंडन और बीआरओ के वरिष्ठ अधिकारी भी थे। निरीक्षण दल ने निर्माण प्रगति की समीक्षा की, साइट पर इंजीनियरों के साथ बातचीत की और सुरंग और राजमार्ग निर्माण के संरेखण और डिजाइन पहलुओं का मूल्यांकन किया। एनएच परियोजना का एक प्रमुख घटक, नौशेरा सुरंग, विशेष रूप से प्रतिकूल मौसम की स्थिति के दौरान वाहनों की सुचारू आवाजाही को सुविधाजनक बनाकर क्षेत्र में कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार करने के लिए तैयार है। यह सुरंग पूरा होने पर यात्रा के समय को कम कर देगी और मौजूदा राजमार्ग के जोखिम भरे हिस्सों को बायपास करके सड़क सुरक्षा को बढ़ाएगी।
निरीक्षण के दौरान डीडीसी अभिषेक शर्मा ने परियोजना की समय सीमा का पालन करने और उच्च गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने क्षेत्र के समग्र विकास, निवासियों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने और आवश्यक सेवाओं तक पहुंच में सुधार के लिए सुरंग और राजमार्ग के महत्व पर प्रकाश डाला। शर्मा ने बीआरओ के अधिकारियों को तकनीकी मानकों और सुरक्षा उपायों से समझौता किए बिना काम में तेजी लाने का भी निर्देश दिया।
डीडीसी शर्मा ने कहा नौशेरा सुरंग एक रणनीतिक परियोजना है जो न केवल एक महत्वपूर्ण परिवहन लिंक के रूप में काम करेगी बल्कि स्थानीय व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी। यह महत्वपूर्ण है कि हम इसे समय पर पूरा करें और सुनिश्चित करें कि यह अपने इच्छित उद्देश्य को पूरा करे।
एडीसी नौशेरा बाबू राम टंडन ने डीडीसी को परियोजना के सुचारू कार्यान्वयन के लिए बीआरओ को दिए जा रहे प्रशासनिक समर्थन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आश्वासन दिया कि संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और निर्माण चरण के दौरान उत्पन्न होने वाले किसी भी मुद्दे के समाधान के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बीआरओ अधिकारियों ने इलाके की कठिनाइयों और मौसम की स्थिति सहित तकनीकी चुनौतियों का विस्तृत विवरण भी प्रदान किया। हालांकि उन्होंने डीडीसी को आश्वासन दिया कि इन बाधाओं को दूर करने और परियोजना को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
दौरे के समापन में डीडीसी राजौरी ने इस बात पर जोर दिया कि जिला प्रशासन परियोजना की प्रगति की बारीकी से निगरानी करना जारी रखेगा और किसी भी बाधा को तेजी से हल करने के लिए बीआरओ के साथ समन्वय करेगा। उन्होंने आगे निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि कार्य पटरी पर बना रहे नियमित प्रगति रिपोर्ट उनके कार्यालय में प्रस्तुत की जाए।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा