
-लंबित शिकायतों के त्वरित निपटान और जनसंतुष्टि पर विशेष जोर
गुरुग्राम, 23 मई (Udaipur Kiran) । समाधान शिविरों की प्रगति पर मुख्यमंत्री स्वयं सतत निगरानी रख रहे हैं। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि जन शिकायतों का त्वरित और संतोषजनक समाधान सुनिश्चित किया जाए। इसी कड़ी में शुक्रवार को समाधान शिविरों में प्राप्त लंबित शिकायतों की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
लघु सचिवालय स्थित सभागार में सिटी मजिस्ट्रेट (सीटीएम) रविंद्र कुमार एवं एसडीएम परमजीत चहल ने समाधान शिविरों में लंबित शिकायतों का गहन विश्लेषण किया। समाधान शिविरों का उद्देश्य नागरिकों को विभिन्न विभागों से जुड़ी समस्याओं का एक ही स्थान पर त्वरित समाधान प्रदान करना है, ताकि उन्हें बार-बार दफ्तरों के चक्कर लगाने की आवश्यकता न पड़े। वर्तमान में ये शिविर सप्ताह में दो दिन सोमवार और वीरवार को आयोजित किए जा रहे हैं, जबकि शुक्रवार को उन दोनों दिनों में प्राप्त शिकायतों की समीक्षा की जाती है।
जिला एवं उपमंडल स्तर पर आयोजित इन शिविरों में लंबित शिकायतों पर विस्तार से चर्चा हुई और संबंधित विभागों को शीघ्र समाधान के लिए सख्त निर्देश दिए गए। अधिकारियों से अपेक्षा की गई है कि वे समाधान शिविरों में दर्ज शिकायतों का तत्परता एवं समर्पण के साथ समाधान करें, ताकि हर शिकायतकर्ता संतुष्ट हो और आमजन की समस्याओं का स्थायी समाधान सुनिश्चित हो सके।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि यदि किसी व्यक्ति को बार-बार एक ही समस्या के समाधान के लिए शिविर में आना पड़े तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी उच्च स्तर पर की जा रही है। बैठक में एसडीएम सोहना संजीव कुमार, एसीपी सुशीला, हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान की संयुक्त निदेशक ज्योति नागपाल सहित जिले के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran)
