Madhya Pradesh

निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण गुणवत्ता और संतुष्टि के साथ किया जाये राजस्व प्रकरणों का निराकरण: कलेक्टर

कलेक्टर की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियों की बैठक संपन्न

– राजस्व प्रकरणों के आवेदकों से फोन पर लिये गए फीडबैक में आवेदक की असंतुष्टि और खराब गुणवत्ता मिलने पर तहसीलदारों के ‍विरूद्ध होगी कार्रवाई

इंदौर, 22 मार्च (Udaipur Kiran) । इंदौर जिले में आवेदकों की संतुष्टि के साथ निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ राजस्व प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा। राजस्व प्रकरणों के निराकरण में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिले में नवाचार के तहत राजस्व प्रकरणों के निराकरण के संबंध में आवेदकों से उनका फीडबैक लेने और संतुष्टि का स्तर पता करने के लिए सुशासन संवाद केंद्र की स्थापना की गई है। इस केंद्र ने अपना कार्य प्रारंभ कर दिया है। इस केन्द्र के माध्यम से लिये गये फीडबैक में आवेदकों की असंतुष्टि और खराब गुणवत्ता मिलने पर संबंधित तहसीलदारों के विरूद्ध विभागीय जांच प्रारंभ की जायेगी।

यह निर्देश कलेक्टर आशीष सिंह ने शनिवार को यहां सभी अपर कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित अन्य राजस्व अधिकारियों की बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी पूरी लगन, मेहनत, ईमानदारी और कर्मठता के साथ पारदर्शी रूप से कार्य करें। सभी अधिकारी राजस्व प्रकरणों का निराकरण निर्धारित समय-सीमा में करें। प्रकरणों के निराकरण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। प्रकरण विस्तृत आदेश के साथ निराकृत करें। अपने कर्तव्यों के निर्वहन में किसी भी तरह की लापरवाही तथा उदासीनता नहीं बरतें। उदासीनता और लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी। लापरवाही तथा उदासीनता बरतने पर संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।

बैठक में अपर कलेक्टर गौरव बेनल, ज्योति शर्मा, राजेन्द्र रघुवंशी, निशा डामोर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने विवादित तथा अविवादित नामांतरण और बटवारा, सीमांकन के लंबित प्रकरणों के निराकरण की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि सीमांकन के प्रकरणों के निराकरण को प्राथमिकता दी जाये। सीमांकन के प्रकरण निराकरण होने के तुरंत पश्चात आवेदक को फील्ड बुक दी जाये। पुराने लंबित सीमांकन के प्रकरण तुरंत निराकृत करें। फार्मर रजिस्ट्री बनाने का कार्य इसी माह के अंत तक पूरा कर लिया जाये। उन्होंने आरआरसी के प्रकरण भी निराकृत करने की निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जारी वित्तीय वर्ष के कुछ ही दिन शेष है, इसको देखते हुए डायवर्सन सहित अन्य राजस्व वसूली को तेज करते हुए लक्ष्य पूर्ण करें।

(Udaipur Kiran) तोमर

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