West Bengal

स्वतंत्रता संग्रामियों के परिवारों का मिलनोत्सव संपन्न

स्वतंत्रता संग्रामियों के परिवार का मिलनोत्सव

कोलकाता, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । भारत के स्वतंत्रता संग्राम और संग्रामियों पर शोध एवं चर्चा का दायरा बढ़ाने के उद्देश्य से ‘रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन फ्रीडम मूवमेंट’ (आरआईआईएफएम) ने एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया है। हाल ही में गठित इस संस्था के सदस्य और शुभचिंतक मंगलवार को कोलकाता के भारतसभा हॉल में एकत्रित हुए। इस विचार विमर्श सभा का औपचारिक नाम विजया सम्मेलन था, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य स्वतंत्रता संग्रामियों पर गहन चर्चा करना और भावी पीढ़ी में इन विचारों को बीज रूप में स्थापित करना था। इस आयोजन में जहां एक ओर साठ-सत्तर वर्ष की उम्र के लोग उपस्थित थे, वहीं युवा वर्ग भी इसमें शामिल था।

कार्यक्रम में देशबंधु चित्तरंजन दास के परिवार के सदस्य प्रसाद रंजन दास, नेताजी सुभाषचंद्र बोस के करीबी शतायु स्वतंत्रता सेनानी हरेन बागची विश्वास सहित कई स्वतंत्रता संग्रामियों के परिजन उपस्थित थे। सभा में स्वतंत्रता संग्राम और संग्रामियों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। प्रसाद रंजन दास ने स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े कई मुद्दों का उल्लेख किया और कहा कि इस विषय पर शोध करने की प्रेरणा अगली पीढ़ी को भी देनी चाहिए। प्रसाद बाबू के साथ अन्य स्वतंत्रता संग्रामियों के परिवारों के सदस्यों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में कवि काज़ी नज़रुल इस्लाम के वंशज नूपुर काज़ी ने नज़रुलगीति का प्रदर्शन किया।

उल्लेखनीय है कि 20 सितंबर को कुछ गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में इस संस्था का गठन किया गया था। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष भारत के ‘गुडविल एम्बेसडर’ और आई ए ए इंडिया यूनेस्को के सरकारी भागीदार बिप्लब राय हैं। संस्था के वर्तमान में 21 सदस्य हैं। सर्वसम्मति से इस नवगठित संगठन के अध्यक्ष के रूप में शहीद प्रफुल्ल चाकी के प्रपौत्र सुभ्रत चाकी को चुना गया है। सचिव पद पर संयुक्त रूप से क्रांतिकारी उल्लासकर दत्त के पोते कौशिक दत्त गुप्ता और आईएनए के पूर्व सदस्य (सीक्रेट सर्विस) स्वर्गीय सुनील बनर्जी के पुत्र शुभेंदु बनर्जी को चुना गया है। इसके अलावा सदस्य मंडली में सायंतन बसु (लेखक और शोधकर्ता), शांतनु मुखर्जी (स्वर्गीय गोपाल मुखर्जी के पोते), इंद्रनील नंदी (वकील), सुबीर कुमार कुंडु (क्रांतिकारी देवेश चंद्र कुंडु के पोते), मितु चक्रवर्ती (क्रांतिकारी ब्योमकेश चक्रवर्ती की पोती), राजमोहन बैरागी (समाजसेवी और अध्यात्मवादी), प्रोफेसर डॉ. शुभ्र चक्रवर्ती, कलाकार मनोज साहा, संदीपन बक्सी समेत कई विशिष्टजन शामिल हैं।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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