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सितंबर के महीने में खुदरा निवेशकों ने जमकर की बिकवाली, अभी तक 7,500 करोड़ के शेयर बेचे

सितंबर के महीने में खुदरा निवेशकों ने जमकर की बिकवाली

नई दिल्ली, 30 सितंबर (Udaipur Kiran) । घरेलू शेयर बाजार के लिए सितंबर एक शानदार मजबूती वाला महीना बना है। हालांकि इस महीने 6 सितंबर और उसके बाद आज के कारोबार में शेयर बाजार में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट भी दर्ज की गई है। इसके बावजूद अभी तक इस महीने सेंसेक्स में 3.9 प्रतिशत की और निफ्टी में 3.7 प्रतिशत की मजबूती आ चुकी है। ये स्थिति थी तब है, जब खुदरा निवेशक (रिटेल इन्वेस्टर्स) इस महीने शुद्ध बिकवाली की भूमिका निभा रहे हैं।

खुदरा निवेशक इस महीने अभी तक 7,500 करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली कर चुके हैं, जो मार्च 2024 के बाद से अभी तक की सबसे बड़ी रकम है। खुदरा निवेशक ऐसे समय में बिकवाली कर रहे हैं, जब विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) और घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) घरेलू शेयर बाजार में लगातार अपना निवेश बढ़ाते जा रहे हैं। घरेलू संस्थागत निवेशक अभी तक 17,421 करोड़ रुपये की खरीदारी कर चुके हैं, जबकि विदेशी निवेशकों ने स्टॉक मार्केट में 55,855 करोड़ रुपये का निवेश किया है।

एफआईआई और डीआईआई के ताबड़तोड़ निवेश की वजह से सितंबर के महीने में घरेलू शेयर बाजार लगातार मजबूती के नए रिकॉर्ड बना रहा है। सितंबर के 21 कारोबारी दिनों में 11 दिन ऑल टाइम हाई करने रिकॉर्ड बने हैं। तेजी का जोरदार माहौल बनने के बावजूद खुदरा निवेशक लगातार बिकवाली करके ट्रेंड के विपरीत चाल चल रहे हैं। इस महीने खुदरा निवेशक लिवाली से ज्यादा बिकवाली करते रहे हैं।

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि घरेलू बाजार में आई तेजी के दौरान खुदरा निवेशक मुनाफा वसूली करके अधिक से अधिक लाभ कमाने में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही सितंबर के महीने में प्राइमरी मार्केट में आई आईपीओ की बाढ़ के कारण भी खुदरा निवेशकों ने सेकेंडरी मार्केट में बिकवाली तेज कर दी। आईपीओ से तुरंत मुनाफा कमाने के चक्कर में खुदरा निवेशकों ने पहले से लिस्टेड शेयरों की बिक्री करके ज्यादा से ज्यादा पैसा निकालने पर ध्यान लगाया है, ताकि नए आईपीओ में पैसा लगा करके लिस्टिंग गेन का फायदा उठाया जा सके।

एंजेल फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ एचवीके रविचंद्रन क्या कहना है कि सितंबर के महीने में 11,890 करोड़ रुपये के आईपीओ ओपन हुए हैं। इनमें से सिर्फ 1 आईपीओ के तहत आए शेयर डिस्काउंट पर यानी नुकसान के साथ लिस्ट हुए, जबकि बाकी सभी आईपीओ की लिस्टिंग 18 से लेकर 135 प्रतिशत के प्रीमियम पर हुई। यानी इन आईपीओ में पैसा लगाने वाले निवेशकों को लिस्टिंग के साथ ही जबरदस्त मुनाफा हो गया। इस वजह से भी खुदरा निवेशक आईपीओ में पैसा लगाने के इरादे से सेकेंडरी मार्केट में बिकवाली करने के लिए प्रेरित हुए हैं।

इसके अलावा खुदरा निवेशक बाजार में करेक्शन की आशंका की वजह से भी सितंबर के महीने में बिकवाली कर रहे हैं। रविचंद्रन के अनुसार घरेलू शेयर बाजार अभी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा हुआ है। सितंबर के महीने में शेयर बाजार आधे से अधिक कारोबारी दिनों में ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बना चुका है। इसलिए निवेशकों को बाजार में करेक्शन होने का डर लगने लगा है। इसी वजह से कई खुदरा निवेशक मुनाफा वसूली करके अपना पैसा सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुट गए हैं।

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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक

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